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राहुल गांधी का नाश्ता, क्या 2024 में तय करेगा विपक्ष का रास्ता?

राहुल गांधी ने विपक्ष के अन्य नेताओं को नाश्ते पर बुलाया और ताजा राजनीतिक हालातों पर चर्चा की।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) संसद के मानसून सत्र के बीच पेगासस जासूसी समेत मंहगाई और अन्य मुद्दों पर विपक्ष की लामबंदी गहराती जा रही है। मंगलवार सुबह कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने विपक्ष के अन्य नेताओं को नाश्ते पर बुलाया और ताजा राजनीतिक हालातों पर चर्चा की। सवाल यह है कि राहुल गांधी का नाश्ता क्या विपक्ष के लिए 2024 का रास्ता तय कर पाएगा?

राहुल गांधी के ब्रेकफास्ट पर इस मीटिंग में तृणमूल कांग्रेस, राजद, शिवसेना, समाजवादी पार्टी समेत अन्य कई दलों के नेता पहुंचे। हालांकि आम आदमी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी इस ब्रेकफास्ट मीटिंग में शामिल नहीं हुए।

इस बैठक में राहुल गांधी ने विपक्षी नेताओं से कहा कि मेरी नजर में सबसे अहम हम सब का एकजुट रहना है। जितनी ज्यादा लोगों की आवाज एकजुट होगी, उतनी ज्यादा यह प्रभावी बनेगी। इस एकजुट आवाज को BJP-RSS के लिए दबा पाना उतना ही मुश्किल होगा।

बैठक खत्म होने के बाद राहुल गांधी साइकिल से संसद रवाना हुए। उनके साथ विपक्षी दलों के नेता भी साइकिल से संसद पहुंचे।

दूसरी ओर यह भी माना जा रहा है कि राहुल गांधी इस एकजुटता से खुद को विपक्ष के चेहरे के रूप में प्रोजेक्ट करना चाहते हैं। हाल ही में राष्ट्रीय जनता दल के तेजस्वी यादव ने साफ कहा था कि विपक्षी एकजुटता कांग्रेस के बिना संभव नहीं है। वहीं ममता बैनर्जी ने भी किसी और का चेहरा सामने आने पर कोई आपत्ति न होने की बात कही थी। ऐसे में राहुल गांधी जिस तरह से बीते कई सालों से भाजपा और संघ के प्रति हमलावार रहे हैं विपक्ष उन्हें अपना चेहरा स्वीकार कर सकता है।

गौरतलब है कि लोकसभा की करीब 200 सीटें ऐसी हैं जिन पर सीधे बीजेपी और कांग्रेस के बीच में टक्कर है। कहा जा रहा है कि शरद पवार, यशवंत सिन्हा और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर जिस फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं उसके मुताबिक इन सीटों पर कांग्रेस को अपने प्रत्याशी उतारने दिए जाएं और अन्य सीटों पर जहां जो विपक्षी पार्टी मजबूत है उसी को भाजपा के खिलाफ मैदान में उतारा जाए।

एकजुट होने की कोशिश कर रहा विपक्ष 2024 के लिए इस राह पर कितना आगे जा पाएगा यह तो भविष्य ही बताएगा? और 2024 लोकसभा से पहले विपक्ष की इस एकजुटता की परीक्षा पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में ही हो जाएगी।

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