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सरकार गिराने वाले शिंदे को CM बनाया तो फिर सिंधिया को क्यों नहीं?

महाराष्ट्र के अप्रत्याशित घटनाक्रम से सियासी पंडित भी हैरान, सोशल मीडिया आ रही ज़बर्दस्त प्रतिक्रियाएं

मुंबई (जोशहोश डेस्क) महाराष्ट्र में शिवसेना के बाग़ी नेता एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनाए गए हैं जबकि पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस को ना-नुकुर के बाद उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेनी पड़ी है। इस अप्रत्याशित घटनाक्रम को लेकर सियासी पंडित भी हैरान हैं। दूसरी ओर इस सियासी ड्रामे पर सोशल मीडिया में ज़बर्दस्त प्रतिक्रियाएं आ रही है।

सोशल मीडिया पर भाजपा की इस पूरी रणनीति को समझ से परे बताया जा रहा है। यहाँ तक कहा जा रहा है कि अगर शिवसेना के ही किसी नेता को मुख्यमंत्री बनाना था तो फिर ढाई साल पहले उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने से भाजपा को क्या एतराज़ था?

शिंदे के CM बनने को मध्य प्रदेश में हुए इसी तरह के घटनाक्रम से जोड़ते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। यह भी कहा जा रहा है कि अगर राज्य में सरकार गिराने वाले एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बन सकते हैं तो फिर मध्य प्रदेश में सरकार गिराने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया को मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया गया?

दूसरी ओर पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के इस बार उपमुख्यमंत्री बनने को लेकर भी तंज कसे जा रहे हैं-

गौरतलब है कि उद्धव ठाकरे के इस्तीफ़े के बाद बीजेपी और शिंदे गुट द्वारा सरकार बनाने की कवायद चल रही थी। गुरुवार शाम को देवेंद्र फड़नवीस ने राज्यपाल से मुलाकात करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह बड़ा खुलासा किया कि एकनाथ शिंदे आज शाम 7:30 बजे सीएम पद की शपथ लेंगे। इस दौरान फड़नवीस ने कहा कि वे खुद सरकार से बाहर रहेंगे। इसके बाद भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने सक्रियता दिखाते हुए फड़नवीस को डिप्टी CM का पद स्वीकारने के लिए मना लिया।

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