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कार्तिकेय चौहान: क्रिकेट के बहाने राजनीतिक विरासत संभालने की तैयारी

शिवराज के गृहक्षेत्र में कार्तिकेय एक बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कर रहे हैं।

भोपाल ( जोशहोश डेस्क ) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पुत्र कार्तिकेय सिंह चौहान (Kartikey Singh Chouhan) क्रिकेट के बहाने अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने की तैयारी कर रहे हैं। शिवराज के गृहक्षेत्र में कार्तिकेय चौहान एक बड़े क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन कर रहे हैं। टूर्नामेंट के लिए वे प्रदेश के सियासी दिग्गजों को आमंत्रित कर अपनी सियासी जमीन भी मजबूत कर रहे हैं।

कार्तिकेय हाल ही में इस टूर्नामेंट में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को आमंत्रित करने भी पहुंचे थे। टूर्नामेंट 14 फरवरी से नसरूल्लागंज में खेला जाएगा जो शिवराज के विधानसभा क्षेत्र में ही आता है। टूर्नामेंट का प्रथम चरण में एक फरवरी से शुरू भी हो चुका है। यह चरण स्थानीय स्तर पर खेला गया जिसके विजेता और उपविजेता को 14 फरवरी से होने वाले मुख्य चरण में मौका मिलेगा। प्रथम चरण के शुभारम्भ से लेकर विजेताओं को पुरस्कार वितरण भी कार्तिकेय ने ही किया था।

कार्तिकेय जिस टूर्नामेंट का आयोजन कर रहे हैं उसका नाम प्रेम-सुंदर मेमोरियल क्रिकेट टूर्नामेंट है। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पिताजी का नाम प्रेम सिंह चौहान तथा मां का नाम सुंदर देवी था। कार्तिकेय ने इन दोनों के नाम पर ही क्रिकेट टूर्नामेंट का नाम रखा है।

इसके पहले शिवराज सिंह ने विदिशा में जब एक बड़े स्तर पर डेरी खोली तो उसका नाम सुंदर डेरी ही रखा था। शिवराज को अपनी मां से बहुत लगाव था जो उन्हें बचपन में ही छोड़कर चली गई थी।

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जिस तरह से कार्तिकेय चौहान लगातार राजनीतिक रूप से सक्रिय हैं और आने वाले समय के लिए अपनी राजनीतिक बिसात बिछा रहे हैं उससे स्पष्ट लग रहा है कि वे शिवराज सिंह की राजनीतिक विरासत को संभालना चाहते हैं। हालाँकि पार्टी का एक बड़ा वर्ग इस बात को लेकर खफा है क्योंकि भाजपा वंशवाद को लेकर कांग्रेस पर हमेशा ही हमलावर रही है ऐसे में कार्तिकेय की सियासी एंट्री वंशवाद के मुद्दे पर पार्टी को कमजोर करती है।

दूसरी और कार्तिकेय से पहले भी भाजपा के कई नेता पुत्र राजनीति में न सिर्फ आए बल्कि स्थापित हुए। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री कैलाश जोशी के बेटे दीपक जोशी, ओमप्रकाश सकलेचा के बेटे पारस सकलेचा और कैलाश विजयवर्गीय के बेटे आकाश विजयवर्गीय जैसे नाम शामिल हैं।

जिस तरह से कार्तिकेय चौहान ने ज्योतिरादित्य सिंधिया के पुत्र आर्यमन सिंधिया के साथ 28 सीटों के उपचुनाव में चुनाव प्रचार किया था और पिछले दिनों जिस तरह मालवा बुंदेलखंड के इलाकों में कार्तिकेय गए हैं उससे साफ संकेत नजर आ रहे हैं कि शिवराज सिंह भी अब अपनी राजनीतिक विरासत अपने पुत्र कार्तिकेय को सौंपने की तैयारी कर रहे हैं।

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