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चुनावी नौटंकी कर रहे शिवराज, अपने मंत्रियों-करीबियों पर पहले चलाएं डंडा

जनदर्शन यात्रा में CM शिवराज के एक्शन पर कमलनाथ का रिएक्शन।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा जनदर्शन यात्रा के दौरान जनसभाओं के मंच पर डंडा लेकर निकलने की बात कहे जाने को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने तीखा हमला किया है। कमलनाथ ने कहा है कि अगर मुख्यमंत्री शिवराज जी को गड़बड़ी ठीक करना है तो चुनावी क्षेत्रों में नौटंकी की बजाय अपने मंत्रियों और करीबीअधिकारियों पर डंडा चलाएं जो भ्रष्टाचार को संरक्षण दे रहे हैं।

कमलनाथ ने मुख्यमंत्री की माफियाओं को गड्ढे में गाड़ देने वाले बहुचर्चित बयान पर भी कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पहले पहले माफ़ियाओ के लिये गड्डा खोदने निकले थे,आज तक गड्डा ख़ुदा नही पाया और अब भ्रष्टाचारियो के ख़िलाफ़ डंडा लेकर निकलने की बात कर रहे है लेकिन वह भी सिर्फ़ चुनावी क्षेत्रों तक ?

कमलनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है प्रदेश में दलित ,आदिवासी , पिछड़े वर्ग , किसान व गरीब को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। चाहे नीमच की घटना हो या खरगोन,नेमावर की या अब खंडवा व डबरा की घटना हो। इसके उदाहरण सामने है। खंडवा जिले के मांधाता थाने में एक ओबीसी वर्ग के युवक की पुलिस हिरासत में मौत की घटना हो या ग्वालियर के डबरा में एक आदिवासी महिला को बंदूक़ तानकर पेड़ से बांधकर मारपीट की घटना हो।

यह घटनाएँ यह बता रही है आज शिवराज सरकार में कानून व्यवस्था की क्या स्थिति है और किस प्रकार दलित, पिछड़े वर्ग ,आदिवासी वर्ग के खिलाफ दमन व उत्पीड़न की घटनाएँ प्रदेश में रोज़ घट रही है। आज अपराधियों में ना कानून का खौफ बचा है और ना लोगों का कानून पर विश्वास,आज रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे हैं।

गौरतलब है कि मंगलवार को निवाड़ी में अपनी जनदर्शन यात्रा के दौरान जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा था कि ‘डंडा लेकर निकला हूं, गड़बड़ी करने वालों को छोड़ूंगा नहीं।

इसके साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज ने प्रधानमंत्री आवास योजना में अनियमितता की बात सामने पर जेरोन में सभा में मंच से ही तत्कालीन सीएमओ उमाशंकर मिश्रा को सस्पेंड कर दिया था। वहीं, पृथ्वीपुर की सभा में तलैया के निर्माण में भ्रष्टाचार की बात सामने आने पर तहसीलदार अनिल तालिया को सस्पेंड कर दिया था।

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