भोपाल (जोशहोश डेस्क) दीपावली के दिन भोपाल में प्रदर्शन करने से पहले ही आशा-उषा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। नियमितीकरण और वेतन वृद्धि की मांग को लेकर भोपाल आई प्रदेश भर की आशा, उषा कार्यकर्ता और सहयोगिनी मुख्यमंत्री निवास के सामने दीपक जलाकर प्रदर्शन करना चाहती थी। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने आशा कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किये जाने को तानाशाही भरा कदम बताया है।
आशा-उषा कार्यकर्ताओं अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन करने बुधवार-गुरुवार की देर रात को भोपाल पहुंची,थीं। स्टेशन से बाहर निकलते ही आशा-उषा कार्यकर्ताओं को पुलिस साथ ले गई। कांग्रेस प्रवक्ता सैयद जाफर ने आशा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किये जाने का वीडियो साझा किया है-
वहीं प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आशा-उषा कार्यकर्ताओं को तत्काल रिहा कर व उनकी माँगो पर निर्णय लेने की बात कही है-
गौरतलब है कि आशा-उषा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर चार नवंबर को भोपाल में प्रदर्शन का ऐलान किया था। कई कार्यकर्ता प्रदर्शन करने भोपाल पहुंची, मगर उन्हें स्टेशन से बाहर निकलते ही पुलिस ने गिरफ्तार का लिया। आंदोलनकारियों के समर्थन में शामिल सीटू के प्रदेश अध्यक्ष ईटी पद्मनाभन को भी गिरफ्तार किया गया। बताया जा रहा है कि बैरागढ़ के नजदीक एक मैरिज गार्डन में अस्थायी जेल बनाकर आशा-उषा कार्यकर्ताओं को रखा गया। देर रात तक आशा-उषा कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी जारी रही।