मुबंई (जोशहोश डेस्क) टीआरपी (TRP) घोटाले में मुंबई पुलिस ने कोर्ट में सोमवार को रिमांड रिपोर्ट पेश की है इस रिपोर्ट में कहा गया है कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी (Arnab Goswami) ने ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता (Partho Dasgupta) को दो चैनलों की टीआरपी बढ़ाने के लिए लाखों रुपए दिए हैं।
पुलिस ने पिछले हफ्ते 24 दिसंबर को दासगुप्ता को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट कोर्ट में कहा कि – दासगुप्ता जब BARC के सीईओ थे तब अर्नब गोस्वामी और अन्य आरोपियों ने गलत तरीके से टीआरपी बढ़वाने की साजिश रची थी। पुलिस ने कोर्ट को बताया कि रिपब्लिक भारत हिंदी न्यूज चैनल और रिपब्लिक टीवी इंग्लिश चैनल की टीआरपी बढ़वाने के लिए कोशिश की गई थी। इसके लिए गोस्वामी ने कई बार दासगुप्ता को कई लाख रुपए दिए थे।
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बता दें कि यह पहली बार है जब पुलिस ने टीआरपी स्कैम केस में अर्नब की भूमिका का जिक्र किया है। हालांकि रिमांड में अर्नब गोस्वामी का जिक्र नहीं है, उसमें रिपब्लिक ओनर्स लिखा गया है। रिपोर्ट के मुताबिक दासगुप्ता ने इन पैसे का इस्तेमाल जूलरी और अन्य कीमती सामान खरीदने में किया है जो कि उनके घर से बरामद हुए हैं। इसमें खरीददारी में एक लाख की घड़ी भी शामिल है।
असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर सचिन वाजे ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि दासगुप्ता अर्नब गोस्वामी से अलग-अलग होटलों में तीन बार मिले हैं। उन्होंने बताया कि दासगुप्ता और अर्नब गोस्वामी टाइम्स नाउ में साथ काम कर चुके हैं। दासगुप्ता को एक बार यूएस डॉलर में भी पेमेंट की गई है। इस महीने की शुरुआत में ही दासगुप्ता और रोमिल रामगढ़िया को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस को शक है कि BARC के कुछ पूर्व कर्मचारी भी इस गतिविधि में शामिल थे।
यह गिरफ्तारी थर्ड पार्टी ऑडिट रिपोर्ट मिलने के बाद की गई है। पुलिस के मुताबिक इस साल जुलाई में BARC को ऑडिट रिपोर्ट सौंपी गई थी। इसमें कहा गया था कि टाइम्स नाउ की रेटिंग घटाई गई थी जिससे रिपब्लिक टीवी की रेटिंग बढ़ सके। इस मामले में अक्टूबर में मुंबई पुलिस ने केस दर्ज किया था।
रिपब्लिक चैनल 280 बार मांग चुका है माफी
अर्नब गोस्वामी के चैनल रिपब्लिक टीवी विवादों की वजह से ही चर्चा में रहता है। अभी हाल ही में रिपब्लिक चैनल पर हेट स्पीच को लेकर ब्रिटेन में 20 हजार पाउंड का जुर्माना लगा था। जिसके बाद चैनल ने माफी मांगी है। चैनल ने कहा है कि उसने पाया कि उसके एक कार्यक्रम में गलती हुई है, जिसके लिए वह अपने दर्शकों से माफी मांगता है।
चैनल ने माफी मांगते हुए लिखा कि 6 सितंबर 2019 को प्रसारित उसके एक कार्यक्रम पूछता है भारत में कुछ भड़काऊ शब्द पाए गए हैं। अगर उन शब्दों से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं तो रिपब्लिक मीडिया टीवी नेटवर्क इसके लिए माफी मांगता है। चैनल पर जुर्माना लगाने वाले यूके ब्रॉडकास्टिंग रेग्युलेटर ऑफकॉम के अनुसार चैनल द्वारा 26 फरवरी 2020 से 9 अप्रैल 2020 तक 280 बार प्रतिदिन हर घंटे में अंग्रेजी और हिंदी में माफी प्रसारित की गई है।