सागर कलेक्टर बोले- मेरे इलाके से निकल जाओ, यहां रहने का सोचना भी मत
अभ्यर्थियों के मुताबिक कलेक्टर ने होटल वालों को भी यह आदेश दिया है कि अभ्यर्थियों को खाना और रुकने के लिए स्थान उपलब्ध न कराया जाय।
सागर (जोशहोश डेस्क) कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की पैरामिलिट्री फोर्स की जनरल ड्यूटी (SSC GD 2018) परीक्षा पास कर नियुक्ति की मांग को लेकर नागपुर से पैदल ही दिल्ली जा रहे अभ्यर्थियों ने सागर कलेक्टर पर गंभीर आरोप लगाया है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि सागर कलेक्टर ने कहा है कि ये मेरा इलाका है यहां रुकने की कोशिश भी न करना। यही नहीं अभ्यर्थियों के मुताबिक कलेक्टर ने होटल वालों को भी यह आदेश दिया है कि पैदल मार्च में शामिल अभ्यर्थियों को खाना और रुकने के लिए स्थान उपलब्ध न कराया जाय।
मध्यप्रदेश से गुजर रहे पैदल यात्रा के काफिले में शामिल एक छात्र का यह आरोप लगते हुए वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में अभ्यर्थी यह आरोप लगाने के साथ यह भी कहता नज़र आ रहा है कि ये देश हमारा भी है। कलेक्टर किस अधिकार से यह धमकी दे रहे हैं।
वीडियो पर तीखी प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं-
गौरतलब है कि कर्मचारी चयन आयोग (SSC) की पैरामिलिट्री फोर्स की जनरल ड्यूटी 2018 (SSC GD 2018) की भर्ती के लिए परीक्षा पास कर बाकी प्रक्रिया पूरी कर चुके युवा 3 सालों से नियुक्ति का इंतज़ार कर रहे हैं। नागपुर में धरना-प्रदर्शन, भूख हड़ताल और आमरण अनशन कर निराश हो चुके ये अभ्यर्थी अब पैदल ही दिल्ली जा रहे हैं। युवाओं का यह काफिला अब मध्यप्रदेश से गुजर रहा है।
मंगलवार को पैदल मार्च का 21 वा दिन है और यह मार्च सागर से गुजर रहा है। बड़ी बात यह है कि भीषण गर्मी के बाद अब बारिश में युवाओं की तबियत खराब हो रही है और कई युवा बेहोश तक हो चुके हैं। इसके बाद भी युवा रुकने को तैयार नहीं हैं और अपनी नियुक्ति के लिए हाथ में तिरंगा लिए और भारत माता के जय का उद्घोष कर दिल्ली के लिए बढ़े जा रहे हैं।
युवाओं के मुताबिक़ साल 2018 में अर्धसैनिक बलों में सैनिकों की नियुक्ति के लिए भर्ती (SSC GD 2018) निकाली गई थी। अभ्यर्थियों ने इसकी परीक्षा के मेडिकल भी पास कर लिया। अब इन प्रक्रियाओं को पूरा हुए भी करीब तीन सालों का समय बीत चुका है लेकिन अभी तक इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति नहीं मिली है।
डीएनएइंडियाकॉम (https://www.dnaindia.com/hindi) की रिपोर्ट के मुताबिक SSC ने 21 मई 2018 को पैरामिलिट्री फोर्सेज में कॉन्स्टेबल पद के लिए भर्ती निकाली थी। पैरामिलिट्री में CRPF, BSF, CISF, NIA और असम राइफल्स आते हैं। शुरुआत में पदों की संख्या 54 हजार थी जिसे बाद में बढ़ाकर 60,210 कर दिया गया था। इन पदों के लिए 52,20,335 लोगों ने फॉर्म भरे थे। फरवरी 2019 में हुई परीक्षा में 30,41,284 परीक्षार्थी बैठे। लिखित में पास होने वाले कुल 5,54,903 अभ्यर्थियों का फिजिकल अगस्त 2019 में हुआ था। इसमें से 3,83,860 अभ्यर्थी फिजिकल में शामिल हुए। फिजिकल में कुल 1,75,370 अभ्यर्थी पास हुए। जनवरी 2020 में इन अभ्यर्थियों को मेडिकल के लिए बुलाया गया। इसमें से 109000 अभ्यर्थी पास हुए। यह से समस्या आ गई, क्योंकि पदों की संख्या 60,210 ही थी। 49 हजार अभ्यर्थी अतिरिक्त होने की वजह से भर्ती रोक दी गई। मामले के तूल पकड़ने के बाद 21 जुलाई 2020 को SSC ने 55,912 अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी। नियुक्ति देने के लिए SSC ने कटऑफ में बदलाव किया और तय सीटों की संख्या में से 4,298 सीटें घटा दीं। जिससे विवाद शुरू हुआ। जुलाई 2020 के बाद से अभी तक SSC GD के इन अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। अब ये अभ्यर्थी पैदल ही नागपुर से दिल्ली की ओर चल पड़े हैं।