मानहानि केस: राहुल गांधी को सजा फिर जमानत, गांधी डरते नहीं, लड़ेंगे-जीतेंगे
राहुल गांधी ने चुनावी रैली में कहा था- सारे चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों है?
सूरत (जोशहोश डेस्क) कर्नाटक में 13 अप्रैल 2019 को एक चुनावी रैली में दिए बयान को लेकर सूरत कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को दो साल की सजा सुनाई। सजा के तत्काल बाद कोर्ट ने जमानत भी दे दी। वहीं कांग्रेस ने राहुल गांधी को सजा सुनाये जाने के बाद कहा कि गांधी डरते नहीं हैं हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
राहुल गांधी को सजा और जमानत के घटनाक्रम के बाद कांग्रेस ने लिखा कि सबको पता है राहुल गांधी जी तानाशाह के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। गलत को गलत कहने का साहस दिखा रहे हैं। इस साहस से तानाशाह घबराया हुआ है। कभी ED, कभी पुलिस, कभी केस, कभी सजा से डराने में जुटा है। राहुल गांधी जी इस मामले में न्यायसंगत अपील दायर करेंगे। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
वहीं कांग्रेस महसचिव प्रियंका गांधी ने लिखा- डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर राहुल गांधी जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने लिखा-तुम्हारा पूरा तंत्र, तुम्हारे संसाधन, तुम्हारी पुलिस और ख़ुद तुम एक अकेले इंसान को चुप कराने में लगे हो क्योंकि उसने तुम्हारे मुखौटे को बेनक़ाब कर दिया है, देखना, सच की ताक़त – जीत उसी की होगी, गांधी डरते नहीं हैं
इससे पहले कोर्ट में राहुल गांधी ने कहा कि मैंने एक राजनेता के तौर पर जो कहा, वह कहा। मैंने हमेशा देश में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया है। राहुल गांधी ने 13 अप्रैल 2019 को कर्नाटक के कोलार में एक चुनावी रैली में कहा था कि नीरव मोदी, ललित मोदी, नरेंद्र मोदी के उपनाम एक जैसे क्यों हैं? सारे चोरों का सरनेम मोदी ही क्यों है? इस बयान को लेकर बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने राहुल के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मुकदमा दायर किया था। इस मामले में राहुल आखिरी बार 2021 में सूरत कोर्ट में पेश हुए थे और अपना बयान भी दर्ज कराया था। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की अदालत ने पिछले हफ्ते दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद फैसला सुनाने के लिए 23 मार्च की तारीख तय की थी।