भगवान से भी वसूली: ओरछा के रामराजा मंदिर को 46 लाख के टैक्स का नोटिस
नोटिस वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान मंदिर के खाते में जमा किए गए 1 करोड़ 22 लाख 55 हजार 572 रुपए के संदर्भ में दिया गया है
ओरछा (जोशहोश डेस्क) आयकर विभाग ने ओरछा स्थित रामराजा सरकार मंदिर को नोटिस जारी कर मंदिर के स्वामित्व और करीब सवा करोड़ रुपए के हिसाब- किताब का ब्योरा तलब कर लिया है। इस राशि पर विभाग ने 46 लाख रुपए की टैक्स वसूली का नोटिस जारी किया है। विभाग का यह नोटिस वित्त वर्ष 2015-16 के दौरान मंदिर के खाते में जमा किए गए 1 करोड़ 22 लाख 55 हजार 572 रुपए के संदर्भ में है।
पीपुल्स समाचार की खबर के मुताबिक आयकर विभाग का यह नोटिस ओरछा मंदिर के व्यवस्थापक/तहसीलदार के नाम पर भेजा गया है। नोटिस में आयकर रिटर्न भरने की समझाइश दी गई है। यह भी कहा गया है कि बैलेंस शीट, ऑडिट रिपोर्ट, आय-व्यय का ब्योरा और अन्य खातों की जानकारी भी उपलब्ध कराएं। विभाग ने मंदिर के स्वामित्व के बारे में भी पूछा है। विभागीय सूत्रों का कहना है कि मंदिर प्रबंधन को तीन साल पहले भी नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में मंदिर के निजी अथवा शासकीय होने के बारे में भी जानकारी मांगी गई है।
वहीं कांग्रेस ने इस नोटिस को लेकर कहा है कि बीजेपी अब भगवान से भी वसूली करेगी-
मंदिर के व्यवस्थापक ने बताया कि मंदिर की ओर से 1.22 करोड़ रुपए की एफडी कराई गई थी। यह राशि दूसरे खातों में से निकालकर एसबीआई के खाते में जमा किया गया था। उस पर विभाग ने 46 लाख रुपए की टैक्स वसूली निकाली है। इस संबंध में मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के स्वामित्व संबंधी दस्तावेज विभाग को उपलब्ध कराए हैं।
आय व्यय के खर्च का ब्योरा व्यस्थित तरीके से उपलब्ध कराने को के लिए इनमें शासन द्वारा जारी शासकीय स्वामित्व के मंदिरों की सूची भी सलग्न की गई है, जिसमें ओरछा स्थित रामराजा सरकार मंदिर का ब्योरा दिया गया है। यह भी कहा गया है कि इस पर आयकर अधिनियम के प्रावधान लागू नहीं होते। मंदिर की संपत्ति, बैंक खातों के अलावा अन्य संपत्ति के दस्तावेज भी उपलब्ध कराए गए हैं। व्यवस्थापक ने बताया कि आयकर विभाग को जवाब भेज दिया गया है।
आयकर विभाग ने खासतौर पर 1.22 करोड़ रुपए की एफडी का हिसाब भी मांगा गया है। बताया जाता है कि मंदिर के शासकीय स्वामित्व होने संबंधी व्यवस्थापक ने जो तर्क दिए हैं आयकर विभाग ने उसको लेकर कुछ और दस्तावेज मांगे हैं। साथ ही यह भी कहा है कि शासकीय स्वामित्व का होने के कारण मंदिर को आयकर से छूट मिली हुई है। लेकिन इस जवाब से असंतुष्ट विभाग ने कुछ और पुख्ता प्रमाण सौंपने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि ओरछा स्थित रामराजा सरकार का एक मात्र मंदिर ऐसा है जहां भगवान राम को राजा के रूप में पूजा जाता है। मंदिर में शासकीय सुरक्षा दस्ते द्वारा दिन में 4 बार गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। ओरछा में अन्य किसी वीआईपी चाहे वह राष्ट्रपति अथवा प्रधानमंत्री ही क्यों न हों उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर नहीं दिया जाता।