कूनो नेशनल पार्क पर तीन साल में 32 करोड़ खर्च, विदेशी टूरिस्ट आये ज़ीरो
भारतीय पर्यटकों की संख्या में बेहद मामूली इजाफा
भोपाल (जोशहोश डेस्क) अफ्रीका से लाये चीतों के कारण चर्चित हुआ श्योपुर जिले का कूनो नेशनल पार्क विदेशी टूरिस्ट को आकर्षित करने में असफल रहा है। बीते तीन सालों में यहाँ एक भी विदेशी टूरिस्ट नहीं आया है जबकि यहां पर पिछले तीन साल में 32 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि खर्च की जा चुकी है। भारतीय पर्यटकों की संख्या में इजाफा तो हुआ है पर यह भी बेहद मामूली है।
कूनो नेशनल पार्क में बीते तीन सालों में हुए खर्च और यहाँ आने वाले पर्यटकों की संख्या का खुलासा विधानसभा में पूछे गए एक सवाल के जवाब में हुआ है। विधायक सतीश सिकरवार के सवाल पर वन मंत्री विजय शाह ने लिखित जवाब में बताया है कि वर्ष 2020-21, 2021-22 और 2022-23 में एक भी विदेशी पर्यटक नेशनल पार्क नहीं आया है। हालांकि वर्ष 2018-19 में 17 और वर्ष 2019-20 में 44 विदेशी पर्यटक कूनो आए थे।
अगर भारतीय पर्यटकों की बात की जाये तो वर्ष 2020-21 में यह संख्या 903 थी। इसके बाद लगातार दो साल इसमें इजाफा दिखाई दे रहा है। वर्ष 2021-22 में 1211 भारतीय पर्यटक और वर्ष 2022-23 में 1542 भारतीय पर्यटक कूनो अभयारण्य आए हैं।
सवाल के जवाब में यह भी बताया गया कि पिछले तीन साल में यहां पर 32 करोड़ 38 लाख 75 हजार रुपए की राशि खर्च हो चुकी है। जिसमें वन्यजीव पर्यावास का विकास पर दोनों साल में 16 करोड़ 84 लाख, राज्य कैम्पा से एक करोड़, केंद्रीय कैम्पा से 2 करोड़ 36 लाख और आईओसीएल से 1218 रुपए खर्च किए गए हैं।
कूनो नेशनल पार्क उस समय सुर्ख़ियों में आया था जब बीते साल 17 सितंबर को पीएम मोदी ने यहाँ अफ्रीका से लाये आठ चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इसके बाद 18 फरवरी 2023 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्योपुर ज़िले में स्थित कूनो पालपुर राष्ट्रीय उद्यान में दक्षिण अफ्रीका से लाए गए 12 चीतों को बाड़े में छोड़ा था। इनमें 7 नर चीते और 5 मादा चीते शामिल थे।
हालांकि अफ्रीका से चीतों को लाये जाने पर तब सवाल भी उठे थे। यह कहा गया था कि कूनो अभयारण अफ़्रीक़ों चीतों के लिहाज से अनुकूल नहीं है। बीते मंगलवार को ही कूनो नेशनल पार्क में एक और नर चीते तेजस की मौत हो गई है। तेजस को मिलाकर अब तक कूनो नेशनल पार्क में 7 चीतों की मौत हो चुकी है। इनमे 4 व्यस्क चीते और 3 शावक शामिल हैं।