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सिंधिया को याद दिलाना पड़ रहीं भाजपा में आने की अपनी शर्तें

राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में आने की अपनी शर्तें याद दिलाना पड़ रही हैं।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया को भाजपा में आने की अपनी शर्तें याद दिलाना पड़ रही हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा से गुरुवार को हुई मुलाकात में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उन गाइडलाइन की याद दिलाई जिन पर मिले आश्वासन के बाद उन्होंने पाला बदला था। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वीडी शर्मा के अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी कल मुलाकात की।

वीडी शर्मा और शिवराज सिंह के साथ चर्चा में सिंधिया ने भाजपा आलाकमान की उस गाइडलाइन को सामने रखा जिसमें उनसे किए सभी वादों को पूरा करने की बात कही गई थी। मुलाकात में ज्योतिरादित्य सिंधिया का फोकस अपने समर्थकों को संगठन और नगरीय निकाय चुनाव में महत्व दिए जाने पर था। जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा अपनी कार्यकारिणी का ऐलान करने वाले हैं। सिंधिया की मंशा है कि इस कार्यकारिणी में उनके समर्थकों को पर्याप्त स्थान मिलें।

इमरती देवी का एडजेस्टमेंट

ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज सिंह से भी मुलाकात की इसके बाद होनों एक ही हेलीकाप्टर से राजगढ़ गए। यह बीते दो महीनों में दोनों की पांचवी मुलाकात थी। दोनों ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी जी की माताजी के निधन पर राजगढ़ में उनके निवास पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की।

बताया जा रहा है कि शिवराज और सिंधिया की मुलकात में मुख्य मुद्दा निगम मंडलों में नियुक्ति का रहा। सिंधिया चाहते हैं हैं कि उपचुनाव हार चुकी इमरती देवी को निगम मंडल में एडजस्ट किया जाए। इमरती देवी के अलावा भी सिंधिया समर्थकों को निगम मंडल में होने वाली नियुक्तियों में उपेक्षित न किया जाए।

सिंधिया के बहाने बंगाल में संदेश

सियासी गलियारों में यह भी चर्चा है कि भाजपा ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपेक्षित महत्व देकर पश्चिम बंगाल में यह संदेश देना चाहती है कि विरोधी पार्टी के जो नेता भाजपा में शामिल होंगे उन्हें यथोचित सम्मान दिया जाएगा। यही कारण है कि मंत्रिमंडल विस्तार में केवल सिंधिया के दो समर्थकों तुलसीराम सिलावट और गोविंद राजपूत को ही मंत्री पद की शपथ दिलाई गई।

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