MP

बंगाल: कैलाश पर गाज-स्मृति को ताज, किस करवट बैठेगी MP की सियासत?

केंद्रीय मंत्री स्मति ईरानी को जल्द ही बंगाल का प्रभारी बनाए जाने की चर्चाएं हैं।

नई दिल्ली/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव में भाजपा की सरकार न बन पाने की गाज राज्य इकाई के प्रभारी और मध्यप्रदेश के कद्दावर नेता कैलाश विजयवर्गीय पर गिर सकती है।अब केंद्रीय मंत्री स्मति ईरानी को जल्द ही बंगाल का प्रभारी बनाए जाने की चर्चाएं हैं। अगर कैलाश विजयवर्गीय बंगाल के प्रभार से मुक्त होते हैं तो मध्यप्रदेश में सियासी घमासान बढ़ जाएगा।

कैलाश विजयवर्गीय लगातार छह साल से बंगाल के प्रभारी थे। उनकी अगुआई में पार्टी ने लोकसभा चुनाव में धमाकेदार प्रदर्शन किया था। जिसके बाद यह दावे किए जा रहे थे पार्टी इस बार विधानसभा चुनाव में ममता बैनर्जी को सत्ता से बेदखल कर देगी। लेकिन ममता बैनर्जी ने लगातार तीसरी बार सरकार बना भाजपा के अरमानों पर पानी फेर दिया है।

विधानसभा चुनाव में हार के बाद से ही यह माना जा रहा है कि कैलाश विजयवर्गीय के स्थान पर किसी अन्य नेता को बंगाल का प्रभार दिया जा सकता है।

अब यह बात सामने आ रही है कि स्मृति ईरानी को बंगाल का प्रभार देने पार्टी ने मन बना लिया है। ममता बैनजी की टक्कर में भाजपा अब किसी महिला नेता को ही यहां की कमान देने के मूड में है। स्मृति ईरानी की बंगाली भाषा पर भी अच्छी पकड़ है। स्मृति ईरानी को अगले विधानसभा चुनाव तक प्रभार दिए जाने की बात सामने आ रही है।

ऐसे में जल्द ही कैलाश विजयवर्गीय की मध्यप्रदेश में घर वापसी हो सकती है। कैलाश विजयवर्गीय की घर वापसी से प्रदेश में सियासी घमासान बढ़ सकता है। कैलाश विजयवर्गीय को प्रारंभ से ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के विरोधी खेमे का माना जाता है। छह सालों में विजयवर्गीय पार्टी हाईकमान के सामने ताकतवर होकर उभरे हैं। बंगाल के प्रभारी रहते हुए भी इंदौर और मालवा क्षेत्र में उन्होंने अपनी पकड़ बरकरार रखी है।

दूसरी ओर ज्योतिरादित्य सिंधिया की एंट्री के बाद भाजपा में उठापटक की स्थिति बनी हुई है। एक ओर पार्टी के वरिष्ठ नेता दमोह उपचुनाव की हार के बाद एकजुट दिख रहे हैं। वहीं अब केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और सिंधिया के बीच भी तल्खी बढ़ती दिख रही है। नरेंद्र सिंह तोमर और शिवराज के बीच तो अच्छा समन्वय है लेकिन सिंधिया अपने कद से समझौता करने के मूड में नहीं दिख रहे। ऐसे में कैलाश विजयगवर्गीय की मध्यप्रदेश में फुल टाइम एंट्री सूबे की सियासत में गर्मी को निश्चित रूप से बढ़ाएगी।

Back to top button