54 माह में 9 तबादले: IAS लोकेश जांगिड़ ने लिया MP छोड़ने का फैसला
आईएएस लोकेश जांगिड़ ने डीओपीटी से महाराष्ट्र कैडर में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना किए जाने का अनुरोध किया है।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) तबादलों के लिए चर्चित आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ ने मध्यप्रदेश छोडने का फैसला लिया है। आईएएस लोकेश जांगिड़ ने डीओपीटी से महाराष्ट्र कैडर में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना किए जाने का अनुरोध किया है। वहीं आईएएस एसोसिएशन के ग्रुप पर एक चैट को भी इस मामले से जोड़कर देखा जा रहा है।
आईएएस लोकेश जांगिड़ के बीते 54 महीनों में नौ बार तबादले हो चुके हैं। वर्तमान में एडिशनल मिशन डायरेक्टर राज्य शिक्षा केंद्र के पद पर पदस्थ जांगिड़ को महाराष्ट सरकार और डीओपीटी द्वारा प्रतिनियुक्ति पर सहमति दिए जाने की भी खबर है। अब केवल प्रदेश सरकार द्वारा जांगिड़ को रिलीव किया जाना शेष है।
इस मामले को आईएएस ग्रुप की एक वायरल चैट से भी जोड़ा जा रहा है। चैट में बड़वानी कलेक्टर को लेकर कही गई बातें सुर्खियों में हैं। चैट में इस बात का जिक्र है कि किस तरह एक आईएएस को ईमानदारी की सजा मिली है। जांगिड़ इससे पहले बड़वानी अपर कलेक्टर के पद से ही हटाए गए थे। कहा जा रहा है कि इस तबादले के बाद ही जांगिड़ ने महाराष्ट्र कैडर के अनुरोध का मन बना लिया था।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जांगिड़ को कोराना काल में बड़वानी में बतौर अपर कलेक्टर पदस्थ किया गया था। यहां कोरोना संकट के दौरान सरकारी खरीदी के कुछ मामलों पर जांगिड़ ने आपत्ति जताई थी। जो उनके सीनियर्स को नागवार गुजरी थी। यही कारण रहा कि महज 40 दिनों में ही तबादला कर उन्हें वापस भोपाल बुला लिया गया।
कांग्रेस ने भी जांगिड़ के मध्यप्रदेश से मोहभंग होने पर शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है-
जांगिड़ का राज्य सरकार बीते 54 माह में 9 बार तबादला कर चुकी है। श्योपुर जिले के विजयपुर में एसडीएम पद के बाद उन्हें राजस्व मंत्रालय में बतौर अवर सचिव पदस्थ किया गया था। इसके बाद वे शहडोल एसडीएम बनाए गए। यहां से उन्हें नगरीय विकास में उपसचिव बनाकर भेजा गया। इसके बाद जांगिड़ को जिला पंचायत हरदा में सीईओ बनाया गया। वे गुना में अपर कलेक्टर भी बनाए गए।