भोपाल (जोशहोश डेस्क) भोपाल में 170 से अधिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर गुरुवार सुबह 9 बजे से 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हो गई है। इससे पहले 45 वर्ष से 59 वर्ष की आयु के लोगों को गंभीर बीमारी होने के चिकित्सकीय प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होती थी। अब किसी प्रमाण पत्र की आवश्यकता नहीं होगी। सरकार ने भोपाल में एक दिन में 40 हजार लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य तय किया है। शासकीय स्वास्थ्य संस्थाओं में वैक्सीन निःशुल्क लगाई जाएगी। जबकि निजी स्वास्थ्य संस्थानों में 250 रुपए में यह वैक्सीन लगवाई जा सकती है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला भोपाल ने बताया कि कोविड -19 वैक्सीनेशन एम्स, मेडिकल कॉलेज, जिला चिकित्सालय, सिविल अस्पताल, खुशीलाल आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथी अस्पताल, गैस राहत चिकित्सालयों, कस्तूरबा, ईएसआई, सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, सिविल डिस्पेंसरी, शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों, संजीवनी क्लीनिक, उप स्वास्थ्य केन्द्रों एवं चिन्हित निजी चिकित्सालयों में किया जा रहा है।
शिवराज सरकार ने कोरोना की स्थिति को देखते हुए अस्पतालों में बेड बढ़ाने का फैसला किया है। प्रदेश के सरकारी और निजी अस्पताल में 15482 बेड बढ़ाए जाएंगे। वर्तमान में प्रदेश में आइसोलेशन, ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या 20139 है, जिसे बढ़ाकर अब 35621 किया जाएगा। भोपाल में 3985 बेड से बढ़कर 6000 बेड किये जायेंगे। जबकि इंदौर में बेड की संख्या 4886 से बढ़कर 10000 की जाएगी।