‘शिव-राज’ में महापाप, क्या लाड़ली लक्ष्मी नहीं उज्जैन में दरिंदगी की शिकार मासूम?
उज्जैन में हैवानियत के बाद ढाई घंटे तक खून से लथपथ अर्धनग्न अवस्था में घूमती रही 12 वर्षीय मासूम, कानून व्यवस्था की कलई खुली
उज्जैन (जोशहोश डेस्क) महाकाल की नगरी उज्जैन से मानवता को शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 12 वर्षीय मासूम से हैवानियत की गई। बड़ी बात यह है कि हैवानियत के बाद मासूम ढाई घंटे तक खून से लथपथ अर्धनग्न अवस्था में तब तक घूमती रही जब तक वो बेहोश न हो गई लेकिन इतने लंबे समय तक उसकी गुहार न पुलिस ने सुनी और न रहवासियों ने।
इस घटना ने प्रदेश सरकार की कानून व्यवस्था की कलई खोल दी। मासूम से हुई हैवानियत को दिल्ली के निर्भया कांड की तरह शर्मनाक बताया जा रहा है। कांग्रेस ने इस दिल दहला देने वाली घटना को मध्य प्रदेश और पूरे देश को शर्मशार करने वाली घटना बताते हुए प्रदेश में बेटियों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाये हैं।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा कि निकम्मी भाजपा सरकार में थाने के नज़दीक ही, 12 साल की बच्ची “निर्भया” जैसी हैवानियत का शिकार होने के बाद खून से लथपथ ढाई घंटे तक अर्धनग्न हालत में सड़कों पर भटकती रही। मगर शिवराज सरकार की पुलिस और पूरा सरकारी अमला सोता रहा।
उन्होंने आगे लिखा कि बच्ची ने मां के साथ भी “गलत” होने की बात बताई है, मगर पुलिस को अब तक इसका कुछ अता-पता नहीं। दिल दहला देने वाली ये घटना, एक बार फिर मध्य प्रदेश और पूरे देश को शर्मशार करने वाली है। मगर महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में मध्य प्रदेश को देश में सबसे असुरक्षित बनाने वाले सीएम शिवराज और भाजपा सरकार के पास बेटियों के लिए केवल “झूठे वादों” और “फर्जी दावों” के अलावा कुछ नहीं है ! शर्म कीजिए, शिवराज जी !
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि ऐसी जघन्य घटना प्रशासन और समाज के माथे पर कलंक है। मैं मुख्यमंत्री से जानना चाहता हूं कि क्या आप सिर्फ चुनाव ही लड़ते रहेंगे और झूठी घोषणाएं ही करते रहेंगे? क्या आप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से बनी बेटियों की तस्वीरों से पूरे मध्य प्रदेश के होर्डिंग भर देंगे, लेकिन मासूम बेटियों की सुरक्षा पर कोई ध्यान नहीं देंगे? जिस बेटी के साथ यह दरिंदगी हुई क्या वह लाडली लक्ष्मी और लाडली बहना नहीं है? मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए और पीड़िता को समुचित उपचार के साथ ही एक करोड रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए।
सोशल मीडिया पर भी घटना को लेकर जबर्दस्त आक्रोश देखा जा रहा है। एक्टिविस्ट योगिता भयाना ने लिखा कि आख़िर हम कैसे समाज निर्माण कर रहे हैं? सोच कर रूह काप जाती है, मासूम बच्ची की मदद के लिए कैसे कोई आगे नहीं आया?
घटना का एक सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। सीसीटीवी फुटेज में मासूम अपने हाथों से तन ढकने का प्रयास करते हुए लोगों से मदद की गुहार लगा रही है। पुलिस को मासूम महाकाल थाना क्षेत्र के बड़नगर रोड़ मुरलीपुरा के निकट मिली। मेडिकल रिपोर्ट में मासूम के साथ दुष्कर्म की पुष्टि हुई है। मासूम के प्राइवेट पार्ट्स में गंभीर चोटों के निशान हैं। दुष्कर्म के बाद अधिक खून बह जाने के कारण उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है। फिलहाल बच्ची को इंदौर रेफर किया गया है।