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उपचुनाव हारे तो चम्बल के इलाकों से वापस बुला ली सरकारी राशि

भोपाल से राशि वापस मांगे जाने का पत्र भिंड, मुरैना, शिवपुरी और ग्वालियर जिले के निकायों में पहुंचा है। इसके बाद कई निकायों ने राशि वापस कर दी है।

भिंड (जोशहोश डेस्क) विधानसभा उपचुनावों (By-election) में जीत के लिए ग्वालियर-चंबल अंचल में भाजपा सरकार ने करोड़ों रुपए के विकास कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास और लोकार्पण किया था। इसके बाद भी इस क्षेत्र में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। अब राज्य सरकार सरकार के नगरीय निकाय विकास विभाग के चीफ इंजीनियर ने उन विधानसभा के निकायों से 37 करोड़ रुपए से ज्यादा की राशि वापस मांगी है, जहां भाजपा हारी है।

भोपाल से राशि वापस मांगे जाने का पत्र भिंड, मुरैना, शिवपुरी और ग्वालियर जिले के निकायों में पहुंचा है। इसके बाद कई निकायों ने राशि वापस कर दी है।

कार्य शुरू नहीं होना बताई वजह

भोपाल नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग के चीफ इंजीनियर की ओर से भिंड जिले के गोहद नगर पालिका सीएमओ, ग्वालियर नगर निगम आयुक्त, मुरैना और शिवपुरी जिले में पत्र पहुंचा है। पत्र के माध्यम से विकास कार्यों के लिए उपचुनाव के पहले जून से सितंबर के बीच विशेष निधि से जारी किए गए 37 करोड़ रुपए से ज्यादा वापस मांगे हैं। पत्र में कार्य नहीं शुरू होने की वजह बताई गई है, जबकि कई जगह कार्य शुरू हो चुके हैं।

गोहद में ही मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा कार्य शुरू करवा दिया गया था, लेकिन अब पत्र मिलने केबाद उसे बंद करवाया गया है। मुख्य नगरपालिका अधिकारी ने भोपाल के चीफ इंजीनियर को पत्र लिख कर राशि वापस नहीं लिए जाने का अनुरोध किया है।

यहां अटके विकास कार्य

शिवपुरी

शिवपुरी में करैरा सीट में भाजपा के उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा है। यहां दो विकास कार्यों के लिए 5.42 करोड़ रुपए जारी किए गए थे। जो अब वापस मंगवा लिए गए हैं। यहां नई सब्जी मंडी और तालाब के लिए जारी राशि कार्यों को प्रारंभ न होना बताकर राशि वापस मंगवा ली गई है।

ग्वालियर

ग्वालियर के लिए मुरार नदी पर जल संवर्धन, रिंग रोड बनाने, 29 पार्क निर्माण सहित अनेक विकास कार्यों के लिए 17.30 करोड़ की राशि मिली थी। लेकिन अब यह राशि भी वापस मांगी है। ग्वालियर पूर्व सीट पर कांग्रेस के डॉ. सतीश सिकरवार जीते थे।

डबरा

डबरा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के दौरान ही अस्पताल निर्माण और बारकरी जिगनिया नहर का काम शुरू हो गया था, जिसे अब बंद कर दिया गया है। यहां से इमरती देवी को हार का सामना करना पड़ा था।

भिंड

भिंड को विशेष निधि से 8.12 करोड़ रुपए की राशि दी गई थी। यह राशि अब वापिस मांगी गई है। गोहद नगरपालिका ने 3 करोड़ की राशि वापस भी कर दी है।

मुरैना

मुरैना के लिए विकास कार्यों के लिए लगभग 37 करोड़ रुपए स्वीकृत किए गए थे। इनमें से सात करोड़ रुपए वापस मांगे गए हैं। मुरैना में पीएम आवास, वीआइपी रोड सहित कई कार्य अधुरे हैं।  

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