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कांग्रेस के वचनपत्र पर ही दांव, क्या कमलनाथ के चुनावी चक्रव्यूह में फंस गए शिवराज?

उल्टा दांव साबित हो रहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाएं

भोपाल (जोशहोश डेस्क) प्रदेश के विधानसभा चुनावों को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की घोषणाएं क्या उनके लिए ही उल्टा दांव साबित हो रही हैं? यह सवाल अब प्रदेश के सियासी गलियारों में चल पड़ा है। इसका कारण कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस द्वारा अपने वचनपत्र में जनता को दी गई गारंटियों को माना जा रहा है।

कमलनाथ ने चुनावों के लिए पांच गारटियों का वादा किया था जिन्हें अब बढाकर 11 कर दिया गया है। कमलनाथ की प्रारंभिक पांच गारंटियों का जनता के बीच हो रहे असर को देखते हुए ही मुख्यमंत्री शिवराज उन्ही घोषणाओं का अपने मंच से भी वादा कर रहे हैं।

राजधानी भोपाल में आयोजित लाडली बहना सम्मेलन में जिस तरह सीएम शिवराज ने लाडली बहना की राशि बढाने के साथ सावन में गैस सिलेंडर के दाम 450 रुपए और भविष्य में सिलेण्डर के दाम काम किये जाने और बिजली बिल में राहत दिए जाने की बात कही उससे यही साबित होता है।

सियासी गलियारों में यह कहा जाने लगा है कि एक ओर प्रदेश सरकार एंटी इन्कमबेंसी से घिरी है, वहीं दूसरी ओर कमलनाथ की गारटियां जनता के बीच गहरा असर छोड़ रही हैं। ऐसे में सीएम शिवराज अब कमलनाथ के चुनावी चक्रव्यूज में बुरी तरह घिरे नजर आ रहे हैं।

कहा यह भी जा रहा है कि अगर कमलनाथ द्वारा प्रदेश की बहनों को 1500 रुपए प्रतिमाह दिए जाने के असर को देखते हुए ही सीएम शिवराज को न सिर्फ लाडली बहनों की राशि बढ़ाने पर मजबूर होना पड़ा है बल्कि इसे तीन हजार रुपए महीने तक किए जाने का वादा भी करना पड़ रहा है।

वहीं कमलनाथ ने राजस्थान में कांग्रेस सरकार द्वारा पांच सौ रूपए में दिए जा रहे घरेलू गैस सिलेंडर की योजना की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी पांच रूपए में सिलेंडर देने का वादा किया है। महंगाई से बुरी तरह प्रभावित महिलाओं के बीच इस गांरटी के असर से ही सीएम शिवराज को भी अब सिलेंडर के दाम करने की बात कहने पर मजबूर होना पडा है।

दूसरी ओर कांग्रेस इन घोषणाओं को महज चुनावी वादा कह कर सीएम शिवराज की मुश्किलें बढ़ा रही है। कांग्रेस का दो टूक कहना है कि अगर सीएम शिवराज महिलाओं के प्रति इतने ही संवेदनशील थे तो इन घोषणाओं के लिए चुनाव तक का इंतजार क्यों किया? प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष विभा पटेल ने तो दो टूक कहा है कि घोषणावीर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा लाड़ली बहनों, महिलाओं और मतदाताओं को गुमराह करने के लिये लोक लुभावनी घोषणाएं की गई, जिनका कोई सरोकार नहीं है।

विभा पटेल ने कहा कि कांग्रेस के वचन पत्र की 500 रुपये में रसोई गैस सिलेंडर, बिजली बिल माफ और महिलाओं को हर महीने 15 सौ रुपए देने जैसी पहले से ही जनता के बीच में है, ऐसे में शिवराज सिंह चौहान और भाजपा किसी को भ्रमित नहीं कर सकती और न ही कोई उनके छलावे में आएगा। राजनीतिक शुचिता का तकाजा है कि चुनाव नजदीक आते ही घोषणाएं नहीं की जाती लेकिन मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए इस मान्य सिद्धांत को शिवराज सिंह चौहान भूल बैठे हैं।

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