बसनिया बांध का विरोध, सर्वे करने आई टीम को ग्रामीणों ने बनाया बंधक
टीम को करीब तीन घंटे तक बंधक बनाये रखने के बाद लिखित आश्वासन पर छोड़ा गया।
मंडला (जोशहोश डेस्क) मंडला के मोहगांव विकासखंड में नर्मदा नदी पर प्रस्तावित बसनिया बांध के निर्माण को लेकर ग्रामीणों का विरोध गहराता जा रहा है। शुक्रवार को ग्रामीणों ने बांध का सर्वे करने आई टीम को बंधक बना लिया। टीम को करीब तीन घंटे तक बंधक बनाये रखने के बाद लिखित आश्वासन पर छोड़ा गया।
शुक्रवार को बांध के सर्वे के लिए एक टीम पहुंची थी। ग्रामीणों को जैसे ही टीम के आने का पता चला तो वे आक्रोशित हो उठे और एकजुट होकर सर्वे टीम को बंधक बना लिया। सर्वे टीम को बंधक बनाये जाने की सूचना मिलने पर नर्मदा घाटी विकास विभाग और पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझाइश दी। निवास विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले ने भी हस्तक्षेप किया तब जाकर करीब 3 घंटे बाद ग्रामीणों ने सर्वे टीम को छोड़ा।
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बताया जा रहा है कि ग्रामीणों ने शुक्रवार को ओढ़ारी और बिलगढ़ा के नजदीक टीम को सर्वे करते हुए देखा। गुस्साए ग्रामीणों ने सर्वे टीम को घेर लिया और बंधक बना लिया। ग्रामीण सर्वे टीम से कार्य आदेश की कापी मांग रहे थे। इस दौरान आस-पास के प्रभावित गांव के लोग भी आ गए। बड़ी संख्या में महिलाएं भी एकजुट हो गईं।
बताया जा रहा है कि अधिकारियों ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि ग्रामीणों की अनुमति के बिना कोई भी सर्वे कार्य भी नहीं होगा। अधिकारियों के लिखित आश्वासन देने के बाद ग्रामीणों ने बंधक टीम को छोड़ा।
इसलिए हो रहा विरोध
ग्राम ओढ़ारी में नर्मदा नदी पर प्रस्तावित बसनिया बांध बनने से मंडला और डिंडौरी जिले के 31 गांव डूब में आएंगे। इतना ही नहीं लगभग 2371 हेक्टेयर में फैले जंगल भी डूब क्षेत्र में आ जायेंगे और 2700 से अधिक परिवार विस्थापित होंगे। मंडला जिले के निवास से कांग्रेस विधायक डॉक्टर अशोक मर्सकोले इससे पहले भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर बांध का निर्माण रोकने की मांग कर चुके हैं।