जुमलों का महाकुंभ: PM मोदी ने शिवराज के ‘नाम और काम’ से काट ली कन्नी
भाजपा के ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ पर कांग्रेस ने उठाये सवाल, पीएम मोदी के संबोधन पर भी कटाक्ष
भोपाल (जोशहोश डेस्क) भोपाल में सोमवार को आयोजित भाजपा के ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शिरकत की। विधानसभा चुनाव से पूर्व आयोजित इस महाकुम्भ में पीएम मोदी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित किया। वहीं कांग्रेस ने आयोजन पर खर्च से लेकर प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन पर बिंदुवार सवाल उठाये। साथ ही कहा कि पीएम मोदी ने सभा में मुख्यमंत्री शिवराज के नाम और काम दोनों से कन्नी काट ली।
कांग्रेस महासचिव और प्रदेश प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पीएम मोदी की सभा के बाद मीडिया से चर्चा में कहा कि भाजपा का ‘कार्यकर्ता महाकुंभ’ आज हारी हुई शिवराज सरकार की तरह ही ‘फ्लाप-शो’ साबित हुआ। 10 लाख कार्यकर्ता जुटाने की डींगें भर हजारों बसें और वाहन लगाने के बावजूद भी पूरे प्रदेश से 50,000 लोग भी जमा नहीं हो पाए।
रणदीप सिंह सुरजेवाला ने आगे कहा कि बड़ी बात यह रही कि आयोजन में प्रधानमंत्री ने शिवराज सरकार के नाम और काम दोनों से कन्नी काट ली। 18 साल में मध्यप्रदेश भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई एक स्कीम की भी चर्चा करना पीएम ने वाज़िब नहीं समझा, क्योंकि प्रधानमंत्री जानते हैं कि शिवराज सरकार की सारी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गईं।
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी ने दो टूक कहा कि आयोजन के मंच पर दो झूठे नेता एक दूसरे के झूठ पर तालियाँ बजाते रहे और मुंगेरी लाल से झूठे हसीन सपने गढ़ते रहे, व बड़बोले और झूठे भाषणों से लोगों को भरमाते रहे। मध्यप्रदेश की 8.5 करोड़ जनता प्रधानमंत्री के ‘भाषणों का झूठ’ और ‘शिवराज सरकार की जनता से लूट’ का सच जानना चाहती है।
- पहली बार के युवा वोटरों ने 18 सालों की भाजपा सरकार में क्या देखा?
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहली बार वोट दे रहे युवाओं ने मध्य प्रदेश में तरक्की को देखा है। पर सच क्या है? मध्य प्रदेश के युवाओं ने 20 साल की भाजपा सरकार में व्यापम घोटाले से 23 प्रकार की भर्ती परीक्षाओं में 1 करोड़ से अधिक युवाओं के भविष्य को बर्बाद होते देखा है।
- लाखों युवाओं ने पटवारी भर्ती परीक्षा का पेपर 15-15 लाख में बिकते हुए देखा है।
- डीमैट और नर्सिंग कॉलेज घोटाले से अपना भविष्य बर्बाद होते हुए देखा है।
- शिक्षा की बर्बादी का यह मंजर देखा है, 18 साल बाद भी मध्य प्रदेश के 26 हजार सरकारी स्कूलों में बिजली का कनेक्शन तक नहीं है, 29 हजार स्कूल स्थायी रूप से बंद हो गए हैं, और पिछले सालों 9 लाख विद्यार्थियों का स्कूलों में एनरोलमेंट कम हो गया।
- 18 सालों में 18,966 बेरोजगारों और छात्रों ने आत्महत्या की है। मध्य प्रदेश में 18 से 23 वर्ष के लगभग 70 लाख युवा शिक्षा से वंचित हैं।
मध्य प्रदेश की 18 सालों की भाजपा सरकार में एससी/ एसटी/ ओबीसी का सबसे बड़ा छात्रवृत्ति घोटाला देखा है।
- मध्य प्रदेश भाजपा सरकार ने क्या किया, उज्जवला बहनों के घर में चूल्हे के धुएं का अंधकार भर दिया।
झूठ पर झूठ बोलते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में महिलाओं को गैस के सिलेंडर देकर उनके घर को धुएं से मुक्त किया। मगर सच्चाई क्या है?
- भाजपा-निर्मित महंगाई के चलते 44 लाख उज्जवला बहनें पिछले साल मध्य प्रदेश में गैस का एक सिलेंडर भी नहीं भरवा पाईं।
- पिछले साल 18 लाख उज्जवला बहनें केवल एक सिलेंडर ही भरवा पाई।
- शिवराज और मोदी सरकार ने पेट्रोल-डीज़ल 100 रु. पार, गैस का सिलेंडर 1100 रु. और खाने का तेल 200 रु. पार करके बहनों की आजीविका को महंगाई की आग में झोंक दिया।
- आयुष्मान योजना का घिनौना सच:
झूठ पर झूठ बोलते हुए प्रधानमंत्री ने आयुष्मान योजना की तारीफ की। पर सच क्या है?
- सीएजी रिपोर्ट ने बताया कि शिवराज सरकार ने कोविड के दौरान आयुष्मान योजना में मुर्दों का भी इलाज कर दिया।
- किसानों की आमदनी नहीं हुई दोगुना, दर्द दिया सौ गुना।
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश के गेहूँ की भी चर्चा की। पर सच क्या है?
- मोदी सरकार की ही संसदीय समिति ने बताया कि मध्य प्रदेश के किसानों की आमदनी साल 2015-16 की तुलना में कम हो गई और अब यह औसतन 23 रूपये प्रतिदिन है।
- एक तरफ करोड़ों का आयोजन हो रहा है, तो दूसरी तरफ निमाड़ में अर्धनग्न किसान मुआवज़े के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं।
- 18 साल में मध्य प्रदेश में 20,000 किसानों ने आत्महत्या कर ली। केग की रिपोर्ट ने बताया कि मध्य प्रदेश में किसानों का मुआवज़ा भी हड़प लिया और उसे नोएडा के बैंक खातों में जमा कर घालमेल किया।
- आदिवासियों पर अत्याचार, दलितों से नहीं दरकार, ऐसी है शिवराज सरकार।
- आदिवासी और दलित अत्याचार में मध्य प्रदेश देश में पहले पायदान पर है।
- भाजपा नेता दिनदहाड़े कभी आदिवासियों पर पेशाब करते हैं, और कभी सरे बाजार उनके सर पर जूतियाँ मार पिटाई करते हैं।
- 3,22,000 आदिवासी पट्टे निरस्त कर दिए गए।
- ओबीसी वर्ग से 27 प्रतिशत आरक्षण छीन लिया गया।
- दलित, आदिवासी और ओबीसी बजट व कल्याण योजनाओं का पैसा खर्च ही नहीं किया जाता।
गौरतलब है कि भोपाल के जम्बूरी मैदान पर आयोजित कार्यकर्ता महाकुम्भ में शामिल होने के लिए पीएम मोदी सोमवार को भोपाल पहुंचे थे। आयोजन में करीब दस लाख कार्यकर्ताओं के शामिल होने का दावा किया गया था। आयोजन के साथ ही परेश में चल रही भाजपा की जनआशीर्वाद यात्राओं का भी समापन हो गया।