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9 मंत्रियों वाला ग्वालियर चंबल बेहाल,दतिया-भिंड श्योपुर में एक CT स्कैन मशीन तक नहीं

बीते 24 घंटों में ही ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना के 1800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 42 लोगों की मौत हो गई।

ग्वालियर (जोशहोश डेस्क) प्रदेश में कोरोना का हाहाकार जारी है। अस्पतालों में बेड और ऑक्सीजन के लिए मारामारी की स्थिति है। वहीं ग्वालियर-चंबल अंचल में भी कोरोना बेकाबू है। अंचल के तीन जिलों दतिया, भिंड और श्योपुर में फेफड़ों का संक्रमण जांचने एक सीटी स्कैन मशीन तक नहीं है जबकि इस अंचल से शिवराज सरकार में 9 मंत्री हैं।

एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक बीते 24 घंटों में ही ग्वालियर चंबल अंचल में कोरोना के 1800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं और 42 लोगों की मौत हो गई। अब तक इस अंचल में कोरोना संक्रमितों की संख्या 50 हजार को पार कर चुकी है। वहीं मौतों की संख्या 630 से ज्यादा है। लगातार बढ़ रहे संक्रमण के चलते अब अस्पतालों में मरीजों को बेड तक नसीब नहीं हो रहे।

9 मंत्रियों वाले इस अंचल का हाल यह है कि यहां के तीन जिलों भिंड, दतिया और श्योपुर के जिला अस्पतालों के अलावा निजी अस्पताल तक में एक भी सीटी स्कैन मशीन नहीं है जबकि कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमण तेजी से फेफड़ों तक पहुंच रहा है। ऐसे में तीनों जिलों के मरीजों को ग्वालियर रैफर करना मजबूरी बन गया है।

अंचल के आठ जिलों में स्वास्थ्य सुविधाओं की दयनीय स्थिति से ग्वालियर के अस्पतालों पर लोड बढ़ गया है। दतिया में मेडिकल काॅलेज खुले दो साल हो गए हैं लेकिन व्यवस्थाएं पूरी नहीं हो पाई हैं। अस्पताल से सीटी स्कैन मशीन का प्रस्ताव भेजे लंबा वक्त गुजर चुका है लेकिन अब तब अस्पताल को मशीन नहीं मिल पाई है।

शिवराज के नवरत्न

ग्वालियर-चंबल अंचल से शिवराज सरकार में नौ मंत्री हैं। इनमें गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के अलावा यशोधरा राजे सिंधिया, महेंद्र सिंह सिसौदिया, प्रदुम्न सिंह तोमर, अरविंद भदौरिया, भारत सिंह कुशवाह, सुरेश राठखेडा, ओपीएस भदौरिया और बृजेंद्र यादव मंत्री पद पर काबिज हैं।

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