किसानों को लाखों की चपत लगा फरार हुआ व्यापारी
यह बात भी सामने आई है कि खातेगांव के उसी व्यापारी ने हरदा, होशंगाबाद और देवास जिले के अन्य गांवों में भी इसी तरह ठगी की है।
देवास (जोशहोश डेस्क) कृषि कानूनों को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच मध्यप्रदेश के देवास जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। देवास जिले के खातेगांव के एक अनाज व्यापारी ने नसरुल्लागंज क्षेत्र के 15 किसानों के घर-घर जाकर सोयाबीन, चना, मूंग आदि की खरीदी कर उन्हें चेक थमा दिया और फरार हो गया। जब किसान चेक लेकर बैंक पहुंचे तो पता चला कि उस खाते में लंबे समय से रुपए ही नहीं हैं।
जब व्यापारी से संपर्क करने की कोशिश की गई तो उससे भी संपर्क नहीं हो पाया। किसानों ने एसडीएम व थाने में आवेदन देकर व्यापारी द्वारा उनसे 73 लाख 32 हजार 100 रुपए की खरीदी बताई है। यह बात भी सामने आई है कि खातेगांव के उसी व्यापारी ने हरदा, होशंगाबाद और देवास जिले के अन्य गांवों में भी इसी तरह ठगी की है।
व्यापारी ने लगाई किसानों को 73 लाख की चपत
मंगलवार को किसानों ने एसडीएम को आवेदन देकर बताया कि नवंबर माह में खातेगांव कृषि उपज मंडी के खोजा ट्रेडर्स के व्यापारी सुरेश व पवन खोजा ने उनके गांव आकर सोयाबीन, मूंग और चने की फसल की खरीददारी की थी। इस दौरान व्यापारी ने गांव आकर अपने ट्रेडिंग का लाइसेंस भी दिखाया और लगभग 1 हजार 77 क्विंटल उपज जिसकी कुल कीमत 73 लाख 32 हजार 100 है की खरीदी की थी।
इसके बाद व्यापारी ने किसानों को आश्वासन दिया था कि दो दिन में वह किसानों का भुगतान आरटीजीएस के माध्यम से कर देगा। जब लंबा समय बीत जाने के बाद भी किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंची तो उन्होंने व्यापारी से संपर्क किया। व्यापारी ने अलग-अलग तारीख के चेक किसानों को दिए। जब चेक लेकर किसान बैंक पहुंचे तो पता चला कि व्यापारी के खाते में राशि ही नहीं है। इसके बाद जब किसान व्यापारी को ढूंढते हुए खातेगांव पहुंचे तो व्यापारी वहां से भी फरार हो चुका था।
खातेगांव मंडी में इस नाम की कोई फर्म ही नहीं
भार साधक अधिकारी कृषि उपज मंडी और एसडीएम डीएस तोमर ने बताया कि खातेगांव मंडी में खोजा ट्रेडर्स नाम की कोई फर्म भी रजिस्टर्ड नहीं है। इसकी सूचना खातेगांव थाने में भी इसकी सूचना दे दी गई है। किसानों को आश्वस्त किया गया है की शीघ्र ही व्यापारी की तलाश कर उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अच्छे दामों का लालच देकर खरीदी फसल
किसानों ने बताया कि सुरेश व पवन ने उनसे मूंग 6 से 8 हजार रुपए, सोयाबीन 3 हजार 500 से 3 हजार 800 रुपए, और चना 6 हजार 600 रुपए से 7 हजार रुपए प्रति क्विटल के भाव से खरीदा था। अच्छे दाम मिलने की वजह से किसानें ने उपज व्यापारी को बेच दी और अब खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं।
किसानों को लगी लाखों रुपए की चपत
दीपक वसवाना ने व्यापारी को 15 लाख 12 हजार 500 रुपए, सूरज जाट को 2 लाख 57 हजार 400 रुपए, संतोष पटेल को 60 हजार, रिछाड़िया कदीम निवासी योगश जाट को 10 लाख 35 हाजर रुपए की फसल बेची थी। ऐसे ही अन्य किसानों को भी लाखों रुपए की चपत लगी है। इन सब किसानों को इन राशियों के चेक भी व्यापारी ने दिए थे लेकिन वह चेक बाउंस हो गए।