‘शिव-राज’ में नौकरी-गुजारा भत्ते के लिए 35 KM की पदयात्रा पर दिव्यांग
10 सूत्रीय मांगो मांगों को लेकर दिव्यांगों ने प्रारंभ की पैदल यात्रा, राघौगढ़ से गुना तक करीब एक हज़ार दिव्यांग 35 किलोमीटर चलेंगे पैदल
गुना (जोशहोश डेस्क) नौकरी के लिए सड़कों पर पदयात्रा अब देश में आम होती जा रही हैं लेकिन अगर पदयात्रा दिव्यांगों को भी करना पद जाए तो इसे क्या कहा जाए? मध्यप्रदेश में अपनी 10 सूत्रीय मांगो मांगों को लेकर दिव्यांगों ने पैदल यात्रा प्रारंभ की है। राघौगढ़ से गुना तक ज्ञापन देने करीब एक हज़ार दिव्यांग 35 किलोमीटर पैदल चलेंगे।
यात्रा राघौगढ़ से सोमवार को शुरू हुई है और 17 तारीख को गुना पहुंचकर समाप्त होगी। दिव्यांगों का कहना है कि उनके दर्द और तकलीफ को सुनकर भी अनसुना किया जा रहा है। इसलिए इस यात्रा के जरिेए वह और दर्द सहकर सरकार तक पहुंचा रहे हैं। दिव्यांग ने चितावनी दी है कि इस यात्रा के बाद भी सरकार यदि हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो वह मुख्यमंत्री आवास तक भी पैदल यात्रा निकालेंगे।
कांग्रेस विधायक जयवर्धन सिंह और लक्ष्मण सिंह ने भी पदयात्रा कर रहे दिव्यांगों की इस यात्रा का समर्थन किया है। दिव्यांग स्वाभियान यात्रा के अध्यक्ष सुनील पंत ने बताया कि हमारी मांगें प्रशासन से नहीं हैं शासन से हैं। हम 17 तारीख को गुना पहुंचकर ही कलेक्टर को ज्ञापन देंगे।
10 सूत्रीय मांगे-
- दिव्यांगों का रिजर्वेशन होरीजोंटल से वर्टिकल किया जाए।
- आउटसोर्स भर्ती में दिव्यांगों को प्राथमिकता दी जाए।
- यदि दोनों दिव्यांग हैं, तो 2 लाख और यदि 1 दिव्यांग है, तो 5 लाख रुपये दिव्यांग विवाह प्रोत्साहन राशि दी जाए।
- पेंशन को 600 से बढ़ाकर 5000 रुपये प्रतिमाह किया जाए।
- सामाजिक न्याय निशक्तजन कल्याण मंत्रालय से निशक्तजन कल्याण मंत्रालय को अलग किया जाए।
- पंचायत, विधानसभा, संसद सभी पटलों पर दिव्यांगों को अनिवार्य रूप से प्रतिनिधित्व दिया जाए।
- सभी भर्तियों में बैकलाक के पद दिए जाएं।
- शिक्षा के क्षेत्र में निश्शुल्क उच्च शिक्षा के अवसर और मुफ्त छात्रवास का प्रावधान हो।
- प्रत्येक जिले में दिव्यांग सहायता केंद्र की स्थापना हो, जो दिव्यांग योजनाओ को समझाकर उनका समुचित क्रियान्वयन कर सकें।
- दिव्यांगों के लिए आयुक्त एवं मुख्य आयुक्त के पद पर दिव्यांग व्यक्ति की ही नियुक्ति की जाए।