IAS लोकेश जांगिड़ को मिली धमकी, DGP से परिवार के लिए सुरक्षा की गुहार
आईएएस जांगिड़ ने डीजीपी से शिकायत कर परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) आईएएस एसोसिएशन के ग्रुप की वायरल चैट के बाद सुर्खियों में आए आईएएस लोकेश जांगिड़ को धमकी दिए जाने का मामला सामने आया है। आईएएस जांगिड़ ने स्वयं इसकी शिकायत डीजीपी से करते हुए परिवार के लिए सुरक्षा की मांग की है। वहीं कांग्रेस ने आईएएस जांगिड़ को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल उठाये हैं।
आईएएस जांगिड़ द्वारा की गई शिकायत के मुताबिक उनके पास सोशल नेटवर्किंग एप सिग्नल पर अज्ञात नंबर से कॉल आया था। फोन उठाते से ही सामने वाले ने मुझसे कहा कि तू नहीं जानता है तूने किससे पंगा ले लिया है। साधना भाभी पर आरोप लगाकर तूने मौत को बुलाया है। अगर खुद की और तेरे बेटे की जिसकी फोटो तू स्टेटस पर लगाता है उसकी जान प्यारी है तो कल से 6 महीने की छुट्टी पर चले जा।
धमकी देने वाले ने यह भी कहा कि अब मीडिया से बात मत करना। रविश कुमार और अजीत अंजुम जैसे पाकिस्तानी तेरा उपयोग कर रहे हैं लेकिन तेरी समझ में नहीं आ रहा है। यह कहकर उसने फोन काट दिया। जांगिड़ के मुताबिक व्यापमं के व्हिसिल ब्लोअर के साथ जो हुआ उसे देखते हुए मुझ पर और मेरे परिवार पर जान का खतरा पैदा हो गया है। इस वजह से मुझे पूरे परिवार के साथ सुरक्षा देने का कष्ट करें।
वहीं कांग्रेस ने आईएएस लोकेश जांगिड़ के तबादले और धमकी पर शिवराज सरकार पर सवाल उठाये हैं। राज्यसभा दिग्विजय सिंह ने आईएएस जांगिड़ का समर्थन करते हुए सवाल किया है कि तबादला क्यों हुआ? क्या मामा के कलेक्टर को चंदा नहीं करवा रहा था?
वहीं कांग्रेस प्रवक्ता नरेन्द्र सलूजा ने आईएएस लोकेश जांगिड़ सुरक्षा देकर और दोषियों पर कार्यवाही की मांग सरकार से की है-
गौरतलब है कि बड़वानी में एडीएम के तौर पर पदस्थ आईएएस अधिकारी जांगिड़ का तबादला कुछ दिन पहले भोपाल में राज्य शिक्षा केन्द्र में कर दिया गया था। इसके बाद उन्होंने आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के सिग्नल ग्रुप पर लिख दिया था कि उनके जिले के कलेक्टर शिवराज वर्मा उनके कारण पैसा नहीं खा पा रहे थे इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के कान भरकर उन्हें हटवा दिया।
जांगिड़ ने आईएएस ऑफिसर्स एसोसिएशन के सिग्नल ग्रुप पर यह भी लिखा कि शिवराज वर्मा की पत्नी किरार महासभा में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की पत्नी साधना सिंहके साथ पदाधिकारी हैं इस वजह से उनके सीएम से अच्छे संबंध हैं। इसके बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने उन्हें नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा है।
वहीं आईएएस जांगिड़ ने डीओपीटी से महाराष्ट्र कैडर में प्रतिनियुक्ति पर पदस्थापना किए जाने का अनुरोध किया है। आईएएस लोकेश जांगिड़ के बीते 54 महीनों में नौ बार तबादले हो चुके हैं। कहा जा रहा है कि बड़वानी अपर कलेक्टर के पद से ही हटाए जाने के बाद से ही जांगिड़ ने महाराष्ट्र कैडर के अनुरोध का मन बना लिया था।