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सीहोर कलेक्टर-SP पर गाज की पटकथा बनेगी पं. प्रदीप मिश्रा की कथा?

रूद्राक्ष महोत्सव मामले ने पकड़ा तूल, कैलाश विजयवर्गीय ने CM शिवराज को लिखा पत्र, सीहोर प्रशासन को बताया अकर्मण्य।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) सीहोर में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा आयोजित सात दिवसीय रूद्राक्ष महोत्सव और शिव महापुराण के पहले दिन ही स्थगित होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक ओर विपक्ष प्रशासन की लचर व्यवस्थाओं को लेकर शिवराज सरकार पर आक्रामक है, वहीं अब भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिख सीहोर प्रशासन को अकर्मण्य बताया है। अब यह संभावना जताई जा रही है कि पूरे मामले की गाज कलेक्टर और एसपी पर गिर सकती है।

अपने पत्र के साथ कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा-महाशिवरात्रि पर्व के एक दिन पूर्व सीहोर में 11 लाख रुद्राक्ष अनुष्ठान जैसे अभूतपूर्व सनातनी धार्मिक कार्यक्रम को बीच में रोकने का दबाव बनाने का प्रशासन का आपराधिक कृत्य कहाँ तक जायज है? कैलाश विजयवर्गीय ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लिखा कि आप 17 साल से मुख्यमंत्री हैं। आखिरी ऐसी क्या विपदा आ गई जो पंडित प्रदीप मिश्रा पर दबाव बनवाकर कथा निरस्त कराना पड़ी?

कैलाश विजयवर्गीय ने लिखा कि रूद्राक्ष महोत्सव को लेकर सीहोर प्रशासन की अकर्मण्यता से मेरे जैसे सनातनियों को बहुत आघात पहुंचा है। प्रशासन के जिम्मेदार इतने अदूरदर्शी थे कि वे यह भी नहीं अनुमान लगा सके कि 11 लाख रुद्राक्ष का अनुष्ठान है तो बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी आएंगे? क्या सीहोर के प्रशासनिक अमले की इतनी हिम्मत है कि वो इतना बड़ा निर्णय कर लें। शिवराजजी ऐसे अनगिनत सवालों के जवाब नहीं मिल रहे हैं। भोपाल में आयोजित होने वाले इज्तिमा का उदाहरण भी कैलाश विजयवर्गीय ने दिया। उन्होंने लिखा कि भोपाल में इज्तिमा का आयोजन होता है। इसमें लाखों लोग शामिल होते हैं। कई मंत्रियों को भी जाम में फंसना पड़ता है लेकिन कभी इज्तिमा को इसके चलते रोक दिया गया ये सुनाई नहीं दिया। उन्होंने लिखा कि सीहोर का प्रशासन इस तरह निकृष्ट साबित होगा ये कल्पना से परे है।

इससे पहले कांग्रेस ने भी आयोजन निरस्त होने को लेकर शिवराज सरकार पर सवाल उठाये थे। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने इसे प्रदेश के लिए शर्मनाक बताते हुए कहा था कि महाशिवरात्रि की पूर्व संध्या , शिवराज जी की सरकार , शिवराज जी का क्षेत्र और शिव ज्ञान की गंगा बहाने वाला “शिव महापुराण व रुद्राक्ष महोत्सव” का 7 दिवसीय महाआयोजन दबाव डालकर पहले दिन ही स्थगित करा दिया गया क्योंकि प्रशासन लाखों श्रद्धालुओं की व्यवस्था संभालने में असफल साबित हुआ?

कई महीनों की तैयारियों के बाद रूद्राक्ष महोत्सव को पहले दिन ही स्थगित किए जाने को लेकर भक्तों में आक्रोश है। पहले दिन कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने से प्रशासनिक व्यवस्थाएं ध्वस्त हो गई थीं। वहीं भोपाल-इंदौर हाइवे करीब छह घंटे तक जाम रहा था। इसके बाद दबाव की बात कहते हुए पंडित प्रदीप मिश्रा ने व्यास गादी से भावुक हो कार्यक्रम को निरस्त्त किए जाने का ऐलान कर दिया था। स्थानीय मीडिया के मुताबिक़ जाम में फंसे कुछ वीआईपी आयोजन की तैयारियों से इतने खफा हो गए थे कि उन्होंने अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई और जिसके बाद पंडित प्रदीप मिश्रा सहित आयोजन समिति पर कार्यक्रम निरस्त करने का दबाव बनाया गया था। ऊपर के भारी दबाव के चलते ही पंडित प्रदीप मिश्रा को व्यास गादी से आयोजन को निरस्त करने का निर्णय लेना पड़ा।

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