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HC के जज से कराई जाए महाकाल लोक घोटाले की जांच, कमलनाथ की मांग

महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही कांग्रेस के हमले लगातार होते जा रहे तीखे

भोपाल (जोशहोश डेस्क) हवा और बारिश से महाकाल लोक में मूर्तियों के गिरकर टूटने को लेकर शिवराज सरकार घिरती हुई नज़र आ रही है। महाकाल लोक के निर्माण में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रही कांग्रेस के हमले लगातार तीखे होते जा रहे हैं। अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पूरे मामले की जांच हाईकोर्ट के जज से कराये जाने की मांग की है।

भगवान महाकाल को समस्त हिंदू समाज की आस्था का केंद्र बताते हुए बुधवार को कमलनाथ ने सोशल मीडिया पर लिखा कि जिस तरह से महाकाल लोक में सप्त ऋषि की मूर्तियां गिरी और अब अन्य देव प्रतिमाओं को नुकसान पहुंचने के समाचार भी सामने आ रहे हैं, वैसे में शिवराज सरकार का रवैया पूरी तरह मामले की लीपापोती करने का नजर आ रहा है।

कमलनाथ ने दो टूक कहा कि मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच कराने के बजाय शिवराज सरकार के मंत्री बिना जांच के ही अपनी सरकार को क्लीन चिट दे रहे हैं। कांग्रेस की मांग है कि महाकाल लोक घोटाले की जांच हाईकोर्ट के किसी वर्तमान न्यायाधीश से कराई जाए। अगर सरकार कांग्रेस की यह मांग स्वीकार नहीं करती तो जनता में स्पष्ट संदेश जाएगा कि शिवराज सरकार की मानसिकता हिंदुओं की आस्था पर चोट करने की और घोटालेबाजों को पूर्ण संरक्षण देने की है।

गौरतलब है कि रविवार को तेज आंधी के कारण उज्जैन में निर्मित महाकाल लोक की कुछ मूर्तियां गिरकर टूट गई। खंडित प्रतिमाओं में सप्तऋषियों की 6 मूर्तियां भी शामिल हैं। हालांकि महाकाल लोक के निर्माण के समय बड़े-बड़े दावे किए गए थे। कहा गया था कि यह मूर्तियां ना तो आंधी तूफान से खराब होंगी और ना ही इस पर बारिश का कोई असर पड़ेगा, लेकिन प्लास्टर ऑफ पेरिस और प्लास्टिक की बनी इन मूर्तियों में पहली बारिश में ही टूट-फूट हो गई। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि इन मूर्तियों के निर्माण में करोड़ों का भ्रष्टाचार हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 अक्टूबर 2022 को ‘महाकाल लोक’ का लोकार्पण किया था।

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