महू जाएंगे कमलनाथ, पीड़ित आदिवासी परिवारों का बाटेंगे दर्द-देंगे साथ
कमलनाथ इंदौर के महू एवं खरगोन के महेश्वर में आदिवासी युवती एवं युवक की हत्या को लेकर पीड़ित परिवारों से करेंगे मुलाकात
भोपाल (जोशहोश डेस्क) इंदौर जिले के महू में आदिवासी युवती की मौत के बाद एवं हुए बवाल में एक युवक की हत्या के बाद प्रदेश की शिवराज सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पीड़ितों के परिजनों ने पुलिस और प्रशासन पर पक्षपात करते हुए एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है। इधर कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर हमलावर है और शनिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ इंदौर के महू एवं खरगोन के महेश्वर में आदिवासी युवती एवं युवक की हत्या को लेकर पीड़ित परिवारों से मुलाकात करेंगे।
इससे पहले महू कांड को लेकर विधानसभा में भी कांग्रेस ने शिवराज सरकार को घेरा। बजट सत्र के 10वें दिन सदन में कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने इस मुद्दे को उठाया और मृत युवती और युवक के परिजनों पर मामला दर्ज करने का विरोध किया। कांग्रेस ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के इस्तीफा की मांग भी की।
वहीं कमलनाथ ने इस मुद्दे पर मीडिया से चर्चा में कहा कि पीड़ित युवती के परिवार के खिलाफ 307 का मामला दर्ज किया गया। मारे गए युवक के परिजनों खिलाफ भी मामला दर्ज कर दिया गया है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि मृतक के परिजन कोई बयान न दे पाएं, उन पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है।
कमलनाथ ने कहा कि फरियादी पर ही पुलिस ने एफआईआर की है। भारतीय जनता पार्टी का क्या यही इंसाफ है? कमलनाथ ने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग भी उठाई। कमलनाथ ने कहा कि कोई भी जांच हो, नतीजा निकल कर आना चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।
इससे पहले पूर्व मंत्री विजयलक्ष्मी साधौ का सदन में दर्द छलक पड़ा। वे सदन से रोते हुए बाहर निकलीं और कहा कि सरकार आदिवासियों और महिलाओं के साथ अन्याय कर रही है। उन्होंने कहा कि पीड़ितों के परिजनों के लिए हमने मुआवजे की मांग की ही लेकिन सरकार ने उनके खिलाफ ही एफआईआर दर्ज़ करा दी है।
गौरतलब है कि बुधवार रात एक आदिवासी युवती की मौत के बाद गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी पर पथराव कर दिया था। पुलिस की गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े और लाठीचार्ज किया। इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत भी हो गई। पथराव में एक थाना प्रभारी समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।