नेमावर हत्याकांड: ‘जनसेवक’ सिंधिया को जानकारी तक नहीं, कमलनाथ ने बांटा परिवार का दर्द
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सोमवार को पीड़ित परिवार के पास पहुंचे और परिजनों का दुख बांटा।
नेमावर (जोशहोश डेस्क) नेमावर में आदिवासी परिवार की दो बेटियों से रेप और पांच लोगों की हत्या के दिल दहला देने वाले कांड की सात दिन बाद भी जनसेवक होने का दावा करने वाले भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास पूरी सूचना नहीं है। दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ सोमवार को पीड़ित परिवार के पास पहुंचे और परिजनों का दुख बांटा। वहीं कांग्रेस पीड़ित परिवारों को 5 -5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराएगी।
भाजपा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया मालवा क्षेत्र के प्रवास पर हैं। जब नेमावर कांड को लेकर सिंधिया से सवाल किया गया तो उन्होंने स्वीकारा कि उन्हें इस बर्बर हत्याकांड की पूरी सूचना नहीं है। सिंधिया ने कमलनाथ के नेमावर जाकर पीड़ित परिवार से मुलाकात करने को राजनीतिक कदम भी बताया और कहा कि कांग्रेस इस पर राजनीति कर रही है।
सिंधिया के इस बयान पर कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने पलटवार करते हुए कहा कि महलों में रहकर राजनीति में अनुकम्पा नियुक्ति पाने वाले सिंधिया का सिवाय व्यक्तिगत स्वार्थो, भूमि-प्रेम के अलावा देश प्रदेश, गरीब व किसानों से कभी रिश्ता नहीं रहा है-
दूसरी ओर कमलनाथ सोमवार को नेमावर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिया
कमलनाथ ने हत्याकांड की सीबीआई से जांच की मांग भी की। साथ ही कहा कि पूरे मामले को लेकर पुलिस पर राजनीतिक दबाव है। उन्होंने इस मामले के लिए गैर राजनीतिक नागरिक समिति बनाने का सुझाव भी दिया।
गौरतलब है कि 13 मई को सुरेंद्र राजपूत ने अपने भाई वीरेंद्र राजपूत, 2 नौकरों और 2 दोस्तों की मदद से आदिवासी परिवार के 5 सदस्यों की हत्या करके अपने खेत में दफना दिया था। डेढ़ महीने बाद पांचों के शव पुलिस ने 10-12 फीट की खुदाई करके बाहर निकाला था। सुरेंद्र राजपूत ने हत्या से पहले आदिवासी परिवार की दो युवतियों से रेप भी किया था। सुरेंद्र राजपूत की भाजपा नेताओं के साथ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं।