दमोह (जोशहोश डेस्क) दमोह उपचुनाव के लिए गुरुवार का दिन अहम रहा। एक ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ (Kamalnath) ने गुरुवार को मंच से ही जनता से माफी मांगी वहीं भाजपा प्रत्याशी राहुल लोधी और कांग्रेस प्रत्याशी अजय टंडन ने अपना नामांकन दाखिल किया। वहीं जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने निर्दलीय चुनाव न लड़ने का ऐलान कर दिया।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ गुरुवार को दमोह पहुंचे। यहां उन्होंने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए जनता से माफी मांगी। कमलनाथ ने कहा कि मैं दमोह की जनता से माफी चाहता हूं कि 2018 में कांग्रेस ने ऐसा उम्मीदवार चुना जिसने दमोह और बुंदेलखंड को कलंकित किया। हमसे उम्मीदवार पहचानने में गलती हुई।
इसके अलावा उन्होंने उपचुनाव को बुंदेलखंड की संस्कृति का चुनाव बताया। कमलनाथ ने कहा कि सौदेबाजी इस चुनाव का सबसे बड़ा मुद्दा है। बाबा अंबडेकर ने संविधान में प्रावधान रखा था कि किसी विधायक या सांसद का निधन होने पर उपचुनाव होगा। उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि सौदेबाजी के लिए उपचुनाव होगा।
दूसरी ओर भाजपा ने गुरुवार को आधिकारिक रूप से राहुल लोधी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। वहीं राहुल लोधी ने अपना नामांकन भी जमा किया। कांग्रेस के उम्मीदवार अजय टंडन ने भी अपना नामांकन भरा। राहुल लोधी ने जहां चुनावी हलफनामे में अपनी संपत्ति करीब सवा करोड़ बताई वहीं अजय टंडन ने छह करोड़ रूपए की संपति बताई।
वहीं भाजपा के लिए राहत की बात यह रही कि जयंत मलैया के बेटे सिद्धार्थ मलैया ने निर्दलीय चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया। सिद्धार्थ ने कहा कि वे अपने पिता के आदेश पर पीछे हट रहे हैं अन्यथा उनकी चुनाव लड़ने की पूरी तैयारी थी। उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी अगर उन्हें कोई जिम्मेदारी देती है तो ठीक है नहीं तो वे अपने वार्ड में ही काम करेंगे।
इधर भाजपा प्रत्याशी राहुल लोधी के चचेरे भाई वैभव सिंह ने निर्दलीय नामांकन भर चौंका दिया। वैभव सिंह बड़ा मलहरा विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी के भी चचेरे भाई हैं। दोनों ही भाइयों पर वैभव कई आरोप भी लगा चुके हैं।
गौरतलब है कि दमोह उपचुनाव के लिए 30 मार्च तक नामांकन भरे जाना हैं। मतदान 17 अप्रैल को होगा वहीं चुनाव नतीजा दो मई को सामने आएगा।