भर्ती घोटाला शिवराज सरकार का चरित्र, अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता MP
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने पटवारी भर्ती परीक्षा के नतीजों पर उठाया सवाल, शिवराज सरकार पर लगाया बड़ा आरोप
भोपाल (जोशहोश डेस्क) कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा के परिणाम पर बड़े घोटाले की आशंका जताई जाने लगी है। टॉप 10 में से 7 अभ्यर्थियों का सेंटर एक ही होने से सवाल उठ रहे हैं। ग्वालियर का ये सेंटर NRI कॉलेज है जो भाजपा विधायक का बताया जा रहा है।
कांग्रेस ने इस घटनाक्रम को व्यापमं जैसा घोटाला करार दिया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव के बाद अब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने भी नतीजों पर सवाल उठाते हुए इसे शिवराज सरकार को निशाने पर लिया है।
कमलनाथ ने लिखा कि प्रदेश में पटवारी भर्ती परीक्षा में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के समाचार सामने आ रहे हैं। कई टॉपर एक ही सेंटर पर परीक्षा देकर सफल हुए बताए जा रहे हैं। एक बार फिर फ़र्ज़ीवाडे के तार बीजेपी से जुड़े दिख रहे हैं। व्यापाम, नर्सिंग, आरक्षक भर्ती, कृषि विस्तार अधिकारी और ऐसी ही कितनी ही भर्ती परीक्षाओं ने अंत में घोटाले का रूप लिया है।
कमलनाथ ने आगे लिखा कि नौकरी देने के नाम पर भर्ती घोटाला करना शिवराज जी की सरकार का चरित्र बन गया है। इनसे तो जाँच की माँग करना भी बेकार है क्योंकि हमेशा बड़ी मछलियों को बचा लिया जाता है। मेरी माँग है कि कोई स्वतंत्र एजेंसी मामले की जाँच करे और उन लाखों बेरोज़गारों के साथ न्याय करे जो इन प्रतियोगी और भर्ती परीक्षाओं में शामिल होते हैं। मध्य प्रदेश अब भ्रष्टराज से मुक्ति चाहता है।
बता दें कि पटवारी भर्ती परीक्षा के टॉप 10 में से 7 अभ्यर्थियों और कुल 9 हज़ार चयनित अभ्यर्थियों में से लगभग 1 हज़ार चयनित अभ्यर्थियों का सेंटर एक ही है। ये सेंटर ग्वालियर का NRI कॉलेज है जो भाजपा विधायक संजीव कुशवाह का बताया जा रहा है। कांग्रेस ने मामले की शिकायत कर्मचारी चयन मंडल को कर गड़बड़ी होने की बात भी लिखी। वहीं इस पूरी भर्ती परीक्षा की जांच की सीबीआई से करवाने की मांग भी की गई है।