MP

कमलनाथ से बोले कारम डैम लीकेज के प्रभावित-फसल नष्ट,बहे मकान

कमलनाथ मंगलवार को कारम डैम के लीकेज के बाद हालात का जायजा लेने पहुंचे धार, बाँध लीकेज के प्रभावितों से की मुलाकात।

धार (जोशहोश डेस्क) प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मंगलवार को कारम डैम के लीकेज के बाद बने हालात का जायजा लेने धार पहुंचे। यहाँ उन्होंने धरमपुरी तहसील में बाँध लीकेज के प्रभावितों से मुलाकात की। ग्रामीणों ने उन्हें इस दौरान खेत खलिहानों में हुए नुकसान की जानकारी दी।

इस दौरान कमलनाथ को ग्रामीणों ने बताया कि उनकी फसल नष्ट और मकान तबाह हो गए। ग्रामीणों ने कमलनाथ को बताया कि उन्हें उनके हाल पर छोड़ दिया गया है और कोई अधिकारी हाल जानने नहीं आया। कमलनाथ ने पीड़ितों को मुआवजा और हर संभव मदद दिए जाने की मांग की।

कमलनाथ क्षतिग्रस्त हुए बांध का हवाई सर्वे भी करेंगे। कमलनाथ के साथ बाँध फूटने की जांच के लिए बनाई समिति के सदस्य भी थे। इनमें धार जिलाध्‍यक्ष बालमुकुंदसिंह गौतम, गंधवानी विधायक उमंग सिंघार, कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल, इंदौर विधायक संजय शुक्‍ला, देपालपुर विधायक विशाल, सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल, धरमपुरी विधायक पांचीलाल मेड़ा, मनावर विधायक हीरालाल अलावा शामिल हैं।

गौरतलब है कि कारम डैम से पानी का बहाव कम होने से खतरा टल गया है। डैम में डैम में लीकेज के बाद पानी खाली करने के लिए चैनल से 15 MQM पानी में से करीब 10 से 12 MQM से ज्यादा पानी खाली हो चुका है। रविवार शाम इस चैनल के पास बांध की वॉल धंसने लगी थी। इससे चैनल और चौड़ी हो गई, जिसके बाद डैम से पानी काफी तेजी से निकला जिससे बाढ़ जैसे हालात नजर आए। हालांकि प्रशासन ने दावा किया कि किसी भी गांव में पानी नहीं भरा। कहीं से कोई नुकसान की खबर नहीं है।

पूरे घटनाक्रम को 304 करोड़ के कारम बांध निर्माण में भ्रष्टाचार का जीता जागता उदहारण बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने तीन माह पहले इसकी शिकायत जिला प्रशासन से लेकर सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों को करने का दावा किया, लेकिन उस पर कोई जांच नहीं करने का आरोप लगाया है। स्थानीय लोगों के मुताबिक़ जल संसाधन विभाग काे 8 दिन पहले से पता चल गया था कि डैम का जलस्तर बढ़ने लगा है। तकनीकी खामियों का भी अंदाजा था, बावजूद सुधार काे लेकर अनदेखी की गई। मामले में सरकार की नाकामी को भी खाली किये गए डैम पर आज़ादी का अमृत महोत्सव मना पर्दा डालने की प्रयास किये गए।

Back to top button