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कमलनाथ का सवाल- क्या भाजपा को जिताने की जिम्मेदारी कलेक्टर-SP की थी?

प्रदेश कांग्रेसअध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उपचुनाव के बाद दमोह कलेक्टर और एसपी को हटाया जाना हैरान करने वाला है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) उपचुनाव में हार के बाद शिवराज सरकार ने द्वारा दमोह के कलेक्टर और एसपी को हटाया जाना सुर्खियों मेें हैं। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने सवाल उठाया है कि क्या शिवराज सरकार ने दमोह उपचुनाव में जीत की जिम्मेदारी कलेक्टर और एसपी को सौंपी थी?

प्रदेश कांग्रेसअध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर कहा कि उपचुनाव के बाद दमोह कलेक्टर और एसपी को हटाया जाना हैरान करने वाला है। इससे जाहिर है कि भाजपा सरकार प्रशासन का दुरुपयोग कर चुनाव जीतना चाहती थी।

कमलनाथ ने यह भी कहा कि दमोह चुनाव की पराजय का दूसरा शिकार बीजेपी के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया एवं उनके पुत्र सिद्धार्थ मलैया को बनाया जा रहा है। यदि वास्तव में धनबल के साथ-साथ पूरी बीजेपी, पूरी सरकार, 22 मंत्री, कई विधायक और सांसद के दमोह में महीनों डेरा डालने के बाद भी मलैया कांग्रेस को 17000 वोटों से जीत दिला सकते हैं, तब उनके वर्चस्व और राजनीतिक कौशल को देखते हुये उन्हे तत्काल मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री बना देना चाहिये।

ये हार वास्तव में बीजेपी के हर उस नेता की है जो पूरे दो महीने दमोह में रहने के बाद भी अपने प्रत्याशी को जीत नहीं दिला सके, ये हार शिवराज की उस अनैतिक राजनीति की हार है जो ख़रीद-फ़रोख़्त से सत्ता हथियाने के लिये कुख्यात है।

गौरतलब है कि राज्य शासन ने शुक्रवार को आदेश जारी कर दमोह के कलेक्टर तरुण राठी के साथ ही यहां तैनात एसपी हेमंत चौहान को भी हटा दिया था। तरुण राठी को हटाए जाने के बाद जबलपुर में अपर कलेक्टर रहे अनूप सिंह को दमोह की कमान दी गई थी।

यह आदेश भी जल्दबाजी में जारी नजर आया क्योंकि चार घंटे बाद ही अनूप सिंह का आदेश निरस्त कर इंदौर नगर निगम में अपर आयुक्त एस कृष्ण चैतन्य को दमोह का प्रभार सौंप दिया गया था। दूसरी ओर हेमंत चौहान के स्थान पर डीआर तेनीवार को दमोह का नया एसपी बनाया गया है।

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