MP

पृथक बुंदेलखंड की मांग बुलंद, राज्य निर्माण से ‘लोक कल्याण’ का लिया संकल्प

पृथक बुंदेलखंड के लिए एक साथ, एक नाम, एक झंडे, एक बैनर तले संघर्ष का संकल्प।

सागर (जोशहोश डेस्क) पृथक बुंदेलखंड की मांग लगातार बुलंद होती जा रही है। विकास की आस में अलग बुंदेलखंड राज्य की मांग को लेकर हाल ही में एक चिंतिन शिविर का आयोजन भी किया गया। इसमें मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में पृथक बुंदेलखंड लिए संघर्ष कर रहे विभिन्न संगठनों और बुद्धिजीवियों ने शिरकत कर ‘राज्य निर्माण से लोककल्याण’ का संकल्प लिया। साथ ही पृथक बुंदेलखंड के लिए लिए शांतिपूर्ण जनआंदोलन की रूपरेखा भी बनाई।

चिंतन शिविर श्री रावतपुरा सरकार आश्रम, चित्रकूट धाम में आयोजित किया गया। बुंदेलखंड मोर्चा के अध्यक्ष अक्षय हजारी ढाना ने बताया कि शिविर में बुंदेलखंड राज्य और विकास की लड़ाई लड़ रहे सभी संगठनों ने एकजुटता पर बल दिया और अब एक साथ, एक नाम, एक झंडे, एक बैनर तले पृथक राज्य बुंदेलखंड की लड़ाई लड़ने का संकल्प लिया।

शिविर में प्रस्तावित बुंदेलखंड राज्य क्षेत्र में सशक्त जनक्रांति और राजनैतिक क्रांति की आवश्यकता पर जोर दिया गया। जनक्रांति यानि जन आंदोलन और राजनैतिक क्रांति अर्थात राजनैतिक ताकत हासिल कर बुंदेलखंड राज्य का निर्माण को लेकर रणनीति बनाई गई । इसके लिए किसी हिंसात्मक विरोध या असंवैधानिक कृत्य की बजाय सत्याग्रह व अहिंसा का रास्ता चुने जाने पर सहमति बनी।

वोट से चोट

यह भी तय किया गया कि देश की संसद, उत्तरप्रदेश और मध्यप्रदेश की विधानसभा के लिए ऐसे जनप्रतिनिधियों को चुने जाने की बात कही गई जो सच्ची निष्ठा से बुंदेलखंड राज्य का हिमायती हो। वक्ताओं ने कहा कि अब बुंदेलखंडवासियों को बुंदेलखंड राज्य निर्माण के लिए वोट देना सीखना होगा। ऐसे जनप्रतिनिधियों को वोट देने की पैरवी गई जो बुंदेलखंड राज्य के निर्माण के लिए संघर्षरत हों।

यूपी के 7 एमपी के 6 जिले

फिलहाल बुंदेलखंड में उत्तरप्रदेश के 7 जिलों झांसी, ललितपुर, जालौन, बांदा, चित्रकूट, हमीरपुर, महोबा और मध्यप्रदेश के 6 जिलों दतिया, सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, दमोह, पन्ना शामिल किया जाता है। सरकार इन्हीं जिलों को बुंदेलखंड पैकेज का लाभ देती हैं। सांस्कृतिक दृष्टि से बुंदेलखंड में 20 से ज्यादा जिले सम्मिलित हैं। पृथक राज्य के समर्थक इसमें सतना जिले की चित्रकूट विधानसभा, भिण्ड जिले की लहार विधानसभा, शिवपुरी जिले की पिछोर करैरा विधानसभा, अशोकनगर की चन्देरी विधानसभा क्षेत्र को भी शामिल करने की मांग भी कर रहे हैं।

बुंदेलखंड मोर्चा के अध्यक्ष अक्षय हजारी ढाना ने पृथक बुंदेलखंड राज्य के पक्ष में ये दिए प्रमुख तर्क-

1- बुंदेलखंड राज्य निर्माण होने पर हमारी अपनी विधानसभा, अपना पृथक बजट, अपनी अलग राजधानी व बुन्देलखण्डी मुख्यमंत्री होगा।

2- राज्य निर्माण होने पर केन्द्रीय सहायता, केन्द्रीय बजट का राज्य अंश व विश्वबैंक की सहायता सीधे बुंदेलखंड को मिलेगी।

3- बुंदेलखंड में सचिवालय, निदेशालय, बोर्ड, आयोग, रोजगार भर्ती केन्द्र, उच्च न्यायालय, राज्य स्तरीय तमाम मुख्यालयों की स्थापना होगी, क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेगा।

4- बुंदेलखंड राज्य बनने पर राज्य की नौकरियों में स्थानीय लोगों को आरक्षण मिलेगा। पलायन रुकेगा और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

5- बुंदेलखंड के प्राकृतिक संसाधनों का दुरूपयोग बंद होगा राज्य में रेल और सड़कों के जाल से पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी ।

6- बुंदेलखंड की विकराल जल समस्या के समाधान से सिचाई को महत्ता मिलेगी।

चिंतन शिविर में स्वामी सत्यनाथ जी झांसी निवाड़ी, तारा पाटकर महोबा, प्रवीण पांडे बांदा, डालचंद मिश्रा बबेरू, मनीष गौतम राठ, मनीष गुप्ता पनवाड़ी, संजय सर्राफ राठ, कालिका प्रसाद राजपूत (प्रधान) हमीरपुर, कुंवर मधुकर शाह बुंदेला गुड्डू राजा कटेरा, अक्षय हजारी सागर, अमित सिंह सागर, सुमन रतूड़ी झांसी, विनीता सिंह सागर, स्नेहा पांडे सागर, रानी कश्यप खुरई, रितु तिवारी ललितपुर, स्नेहा मिश्रा सागर, तारा अहिरवार सागर, रूपेंद्र राय कटेरा , अजय पटेरिया मऊ, विनय तिवारी झांसी, आनंद चंदपुरिया पन्ना, रत्नेश पाठक मऊरानीपुर, सूर्यांश रिछारिया मऊ, प्रिंस सोनी मऊरानीपुर , अभिषेक मिश्रा झांसी, ओंकार शर्मा बंगरा, प्रमोद सिरोठिया झांसी, देवव्रत अर्जरिया निवाड़ी, मनेन्द्र पटेरिया पृथ्वीपुर, रिंकू भदौरा टीकामगढ़, सुरेश दौंदेरिया टीकमगढ़, राहुल सेन महोबा, शिवकुमार गुप्ता महोबा , राधा शर्मा जी झांसी, अर्चना दुबे चित्रकूट, पूजा विश्वकर्मा बड़ा मलहरा, रिषिका रावत खुरई, जमुना यादव जी कटेरा, अरविंद भदौरिया उल्दन भूपेंद्र राय टहरौली , राम जी चतुर्वेदी मगरपुर,नत्थू सिंह तोमर रानीपुर, भागचंद साहू रानीपुर,बृज लाल आर्या मस्साब जी रानीपुर, मोहम्मद रईस फरीदी मऊरानीपुर, सुशील अवस्थी जी, मोहन ठाकुर जी चित्रकूट, आशीवर्धन चतुर्वेदी निवाड़ी, अरुण लिटोरिया , ओरछा, नारायण सोनी राठ, आशिफ खान केसली, भरत कुमार सैदपुर ,अर्जुन सिंह सैदपुर, अमित दांगी निवाड़ी , पुष्पेंद्र दांगी निवाड़ी आदि मौजूद रहे।

Back to top button