भोपाल (जोशहोश डेस्क) कोरोना काल में वैक्सीन की कमी को लेकर लगातार विवाद बना हुआ है लेकिन मध्यप्रदेश में वैक्सीन से जुडा एक नया विवाद रविवार को सामने आया। यहां सरकार के आदेश में वैक्सीनेशन के लिए जिन लोगों को प्राथमिकता दी गई उसमें सेक्स वर्कर को भी शामिल किया गया।
लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा प्रदेश के सभी कलेक्टर के नाम जारी यह आदेश जैसे ही वायरल हुआ तो सरकार की किरकिरी होता देख तत्काल इसमें संशोधन किया गया और सेक्स वर्कर की जगह सैलून वर्कर शब्द जोड़ा गया।
दूसरी और सोशल मीडिया पर सेक्स वर्कर के टीकाकरण को भी जरूरी बताते हुए पहले आदेश का समर्थन भी किया गया। साथ ही या कहा गया कि सेक्स वर्कर भी समाज का हिस्सा हैं। सरकार को उन सभी को वैक्सीनेशन की प्राथमिकता में रखना ही चाहिए जिनसे संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा होता हो।
हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने ने इस आदेश पर भाजपा सरकार की खिल्ली उड़ाई-
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार 1 जून से अनलाॅक की प्रकिया प्रारंभ कर रही है। ऐसे में सरकार वैक्सीनेशन पर जोर दे रही है।
वैक्सीनेशन के बाद कोरोना का खतरा कम जरूर हो जाता है लेकिन फिर भी अनलाॅक के दौरान मिली राहत में लोगों को बेहद सतर्क रहना होगा। जिससे प्रदेश में हालात दोबारा न खराब हों।