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मुख्यमंत्री शिवराज की मंशा पर मध्यप्रदेश में ही नहीं हो रहा अमल ?

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बीते साल अगस्त में यह कहा था कि प्रदेश की सरकारी नौकरियों में सिर्फ मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को ही मौका मिलेगा लेकिन सिविल जज की परीक्षा में शिवराज की मंशा की अनदेखी हो रही है।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की मंशा पर मध्यप्रदेश में ही अमल नहीं हो रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने बीते साल अगस्त में यह कहा था कि प्रदेश की सरकारी नौकरियों में सिर्फ मध्यप्रदेश के विद्यार्थियों को ही मौका मिलेगा लेकिन सिविल जज की परीक्षा में शिवराज की मंशा की अनदेखी हो रही है। सिविल जज की परीक्षा में न सिर्फ देश भर के परीक्षार्थी भाग ले रहे हैं बल्कि परीक्षा के लिए मध्यप्रदेश के बाहर सेंटर तक बनाए जा रहे हैं।

जानिए क्या कहा था शिवराज ने

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट जबलपुर के नोटिफिकेशन के मुताबिक सिविल जज परीक्षा के लिए उत्तर प्रदेश के अलावा राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और बिहार में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। यानी इन राज्यों के परीक्षार्थी भी परीक्षा में भाग ले रहे हैं।

बड़ी बात यह है कि मध्यप्रदेश से ज्यादा परीक्षा केंद्र तो उत्तरप्रदेश में बनाए गए हैं। मध्यप्रदेश के सात शहरों में तो उत्तर प्रदेश के नौ शहरों में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। परीक्षा अगले मार्च की 20 तारीख को होना है। शनिवार के दिन यह परीक्षा दोपहर दो बजे से चार बजे तक होगी।

नोटिफिकेशन में साफ लिखा कि परीक्षार्थियों की सुविधा के लिए मध्यप्रदेश के बाहर दूसरे राज्यों में भी परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

मध्यप्रदेश में इन शहरों में परीक्षा
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के अलावा ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर, उज्जैन, सागर और सतना में परीक्षा केंद्र बनाए जा रहे हैं। वहीं उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, लखनऊ, वाराणसी, आगरा कानपुर, मेरठ और प्रयागराज में परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।

256 पदों के लिए परीक्षा
सिविल जज के 256 पदों के लिए यह परीक्षा तीन चरणों में आयोजित की जा रही है। पहला चरण 20 मार्च को होना है। इसमें पास परीक्षार्थी मुख्य परीक्षा में हिस्सा ले पाएंगे। मुख्य परीक्षा क बाद साक्षात्कार होगा, फिर अंतिम परिणाम जारी होगा।

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