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टेप हो रहे चयनित शिक्षकों के फोन ? दोबारा प्रदर्शन पर अंजाम भुगतने की धमकियां !

सात से आठ हजार चयनित शिक्षकों को पुलिस के धमकी भरे फोन, मुख्यमंत्री से शिकायत।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) तीन साल से नियुक्ति का इंतजार कर रहे चयनित शिक्षक अब नई मुसीबत से घिरते नजर आ रहे हैं। राजधानी भोपाल में 18 अगस्त को नियुक्ति की मांग को लेकर प्रदर्शन के बाद अब चयनित शिक्षकों के फोन टेप किए जाने की खबर है। इनमें से कई चयनित शिक्षकों को तो दोबारा प्रदर्शन न करने के लिए धमकाया तक जा रहा है।

नियुक्ति की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन से जुड़े सात से आठ हजार शिक्षकों को फोन पर धमकाया जा चुका है। चयनित शिक्षकों के फोन टेप किए जाने और धमकाने का खुलासा दैनिक भास्कर ने अपनी खबर में किया है।

हाल ही में एक महिला के साथ हुई घटना भी चयनित शिक्षकों को धमकाए जाने की ओर इशारा कर रही है। दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक महिला को पुलिस ने फोन पर धमकाते हुए कहा, तुम्हारा पति 18 अगस्त को भोपाल में चयनित शिक्षकों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुआ था। महिला ने कहा, उसके पति की कोरोना से पहले ही मौत हो चुकी है। वह प्रदर्शन में कैसे शामिल हो सकता है। इस पर पुलिसकर्मी ने कहा कि तुम झूठ बोल रही हो। हमारे पास रिकाॅर्ड है।

दैनिक भास्कर के मुताबिक मध्यप्रदेश में अभ्यर्थियों को धमकी मिलने का यह पहला मामला नहीं है। भोपाल में चयनित शिक्षकों के प्रदर्शन के बाद सभी के फोन टेप किए जाने लगे हैं। उन्हें दोबारा प्रदर्शन में शामिल होने पर अंजाम भुगतने तक की धमकी दी जा रही है। नाम न छापने की शर्त पर एक चयनित शिक्षक ने बताया, उसके बाद से ही उस जैसे इस आंदोलन से जुड़े 7 से 8 हजार लोगों को पुलिस के धमकी भरे फोन आ रहे हैं।

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फोन पर कहा जा रहा है कि अब दोबारा प्रदर्शन के लिए भोपाल नहीं आना। अगर प्रदर्शन करते हो, तो तुम्हारा करियर बर्बाद हो जाएगा। FIR भी होगी और नौकरी भी जाएगी। छात्र ने कहा कि अभी तो नौकरी दी ही नहीं है। नौकरी लेने की बात होने लगी। धमकी देकर आंदोलन को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर एक चयनित शिक्षक ने सीएम को शिकायत भी की है।

गौरतलब है कि 18 अगस्त को चयनित शिक्षिकाएं पूजा की थाली और राखी साथ लेकर भोपाल पहुंची थीं। चयनित शिक्षिकाएं मुख्यमंत्री शिवराज को राखी बांधकर उपहार स्वरूप तीन साल से लंबित नियुक्ति पत्र की मांग कर रही थीं लेकिन पुलिस ने उन्हें बलपूर्वक प्रदर्शन से रोक दिया था। इसके अलावा सरकारी भरती पर लगी रोक का विरोध करने बड़ी संख्या में युवा 18 अगस्त भोपाल पहुंचे थे। मूवमेंट अगेंस्ट अनएम्प्लोयमेंट के आह्वान पर राजधानी पहुंचे युवाओं पर पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही लाठी चार्ज कर दिया।

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