शिवराज सरकार ने दिखाया ठेंगा, उमा भारती को कांग्रेस का ‘न्यौता’
नई आबकारी नीति को मंजूरी के बाद धर्मसंकट में भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती। कांग्रेस ने याद दिलाया शराबबंदी का संकल्प।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) कैबिनेट द्वारा नई आबकारी नीति को मंजूरी दिए जाने के साथ ही प्रदेश में शराब करीब 20 प्रतिशत तक सस्ती हो जाएगी। इस निर्णय के बाद कांग्रेस ने शिवराज सरकार की कथनी करनी पर सवाल उठाए हैं। कांग्रेस ने शिवराज सरकार पर प्रदेश में शराबबंदी की मांग पर अड़ीं भाजपा की फायरब्रांड नेता उमा भारती को ठेंगा दिखाने का आरोप भी लगाया और शराब सस्ती किए जाने के खिलाफ आंदोलन में उमा भारती को साथ आने को भी कहा है।
मंगलवार को कैबिनेट की मंज़ूरी के बाद नए वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से नई आबकारी नीति लागू हो जाएगी। नई आबकारी नीति के मुताबिक विदेशी शराब पर एक्साइज डयूटी 10 से 13% तक कम करने का निर्णय लिया है। इससे शराब की कीमत एमआरपी से 20 प्रतिशत तक कम हो जाएगी और शराब की डिमांड बढ़ेगी और ज्यादा बिक्री होगी। इस निर्णय पर कांग्रेस ने सवाल उठाये हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा है कि इस निर्णय से शिवराज सरकार का शराब प्रेम एक बार फिर उजागर हो गया है। शिवराज सरकार घर-घर में शराब पहुँचाना चाहती है ताकि सब मदहोश रहे। जो लोग चुनाव के समय शराबबंदी की बात करते थे , वो आज शराब के सबसे बड़े पक्षधर हो गये है। यही इनकी वास्तविकता है।
वहीं मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने कहा कि शिवराज सरकार ने प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती को एक बार फिर ठेंगा दिखाया है। सलूजा ने कहा है कि जहां एक तरफ मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती मध्य प्रदेश में शराबबंदी की निरंतर मांग कर रही हैं और उन्होंने 15 जनवरी से लट्ठ लेकर सड़क पर उतरने की घोषणा भी की थी, लेकिन उनकी मांग को मानने की बजाय शिवराज सरकार ने उनको खुली चुनौती देते हुए केबिनेट में प्रदेश में शराब के व्यवसाय को बढ़ाने वाले और प्रोत्साहित करने वाले निर्णय लिए हैं।
इधर ब्यावरा से कांगेस विधायक रामचंद्र दांगी ने शिवराज सरकार से प्रदेश में शराबबंदी की मांग की है। साथ ही उन्होंने उमा भारती को शराबबंदी को लेकर की गई घोषणा भी याद दिलाई। विधायक दांगी ने शराबबंदी को लेकर कांग्रेस के आंदोलन में उमा भारती को आमंत्रित भी किया है। उन्होंने कहा कि उमा भारती जी, आप भी सड़क पर आकर अपनी नेक नियत का परिचय दीजिए।
वहीं प्रदेश में नई आबकारी नीति को मिली मंजूरी के बाद उमा भारती की प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन इतना तय है कि शिवराज सरकार के इस निर्णय ने उमा भारती को धर्मसंकट में जरूर डाल दिया है। देखना यह है कि उमा भारती सरकार के इस निर्णय के बाद क्या कदम उठाएंगी?
गौरतलब है कि नई आबकारी नीति में प्रावधान के मुताबिक अब से देशी और अंग्रेजी शराब की बिक्री एक ही दुकान से होगी। साथ ही सरकार ने होम बार लाइसेंस देने का निर्णय भी लिया है। अगर किसी व्यक्ति की सालाना आय एक करोड़ रुपए है, तो वह व्यक्ति घर पर बार खोल सकता है। इसके अलावा, घर पर शराब रखने की लिमिट भी सरकार ने बढ़ा दी है। जिसके बाद वर्तमान लिमिट की 4 गुना शराब घर पर रखी जा सकेगी। फिलहाल घर में एक पेटी बीयर व 6 बॉटल शराब रखने की अनुमति है।