जब’ बेईमान मुसलमान’ पर भोपाल लिटरेचर फेस्टिवल में गर्माया माहौल
भारत भवन में चल रहे तीन दिवसीय भोपाल लिटरेचर फेस्टिवल का रविवार को समापन। मुसलमानों की ईमानदारी को लेकर उठा सवाल।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) राजधानी के भारत भवन में चल रहे तीन दिवसीय भोपाल लिटरेचर फेस्टिवल का रविवार को समापन होगा। फेस्टिवल में ख्यातिनाम लेखकों और पाठकों के बीच साहित्य चर्चा का बेमिसाल दौर चल रहा है। शनिवार को भी यहां 20 सेशन में लेखकों ने अपनी बात रखी और पाठकों के सवालों के जवाब भी दिए।
इस बीच पूर्व चुनाव आयुक्त डॉ एसवाई कुरैशी की किताब Population Myth के सेशन में मुसलमानों की ईमानदारी को लेकर एक सवाल भी उठा। इस सवाल का पूरा घटनाक्रम पत्रकार काशिफ ने अपनी फेसबुक वाॅल पर शेयर किया है। आप भी पढ़िए इस दिलचस्प वाकए को-
भोपाल के भारत भवन में तीन दिवसीय Bhopal Literature Festival चल रहा है।
आज सुबह पूर्व चुनाव आयुक्त Dr SY Quraishi की किताब Population Myth का सेशन था। उन्होंने जनसंख्या पर फैलाए गए सारे झूटो को तथ्यों के साथ झुठलाया।
जब Q & A सेक्शन शुरु हुआ रघुनाथ (50) नाम के व्यक्ति ने मुस्लिमों पर निशाना साधते हुए कहा कि “पहले के मुसलमान ईमानदार हुआ करते थे. हिंदू राजा भी अपना सेनापति मुसलमान को ही बनाते थे पर आज के मुसलमान तो जिस थाली में खाते है..।”
कुरैशी साहब ने फिर पुछा, आप का सवाल क्या है?
इसपर राघुनाथ जी बांग्लादेश में हिंदुओं के अत्याचार पर सवाल कर बैठ गए।
यह बात हॉल में बैठे कई लोगों को पसंद नहीं आई, जब खुसुर फुसुर बढ़ गई तब वह चुप चाप उठ कर जाने लगे।
इसी बीच एक महिला ने उनका रास्ता रोका “आपने मुसलमानों को बेईमान कहा, आपको इसकी सफाई देनी पड़ेगी या फिर सबके सामने माफ़ी मांगिए।”
वो महिला पेपर में डिफेंस पर लेख भी लिखती हैं।
महिला गुस्से में काप रही थी। “मेरा पति फौज में अफसर है और मैं एक फौजी की बीवी हूं, एक सच्ची मुसलमान और पक्की भारतीय हूं। आपकी हिम्मत कैसे हुई हम पर उंगली उठाने की !
यह बात सुनकर पास में खड़ा एक युवक भी आ गया। वह बोला “मैं भी मुसलमान हूं और मेरे घर के आधे लोग फौज में है। आपको माफी मांगनी चाहिए।”
रघुनाथ वहा से भागने की कोशिश करने लगे। इसी बीच एक वरिष्ठ पत्रकार ने उन्हें टोका। जब बात तेज़ आवाज़ में होने लगी तब स्टेज़ पर बैठे लोग भी देखने लगे।
कई दर्शकों ने भी रघुनाथ जी से माफी मांगने को कहा।
इसी बीच @bhopal_lit_fest के ऑर्गेनाइजर और पूर्व IAS राघव चंद्रा आ गए।
उन्होंने महिला के हाथ में माइक देते हुए कहा कि आपको जो भी अपनी बात रखनी है राखिए उसके बाद रघुनाथ जी सबके सामने माफी मांगेंगे।
और आख़िर में ऐसा ही हुआ।
मुहब्बत ज़िंदाबाद।