क्या CM शिवराज के विकास पर नहीं रहा RSS-BJP को भरोसा?
दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और मध्यप्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक, विकास नहीं अब हार्डकोर हिंदुत्व पर फोकस
नई दिल्ली/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) दिल्ली में मध्यप्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक के बाद बाद यह सामने आ रहा है कि प्रदेश में भाजपा अगला चुनाव महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों को छोड़ हार्डकोर हिंदुत्व के एजेंडे पर लड़ेगी। ऐसे में सवाल यह उठ रहा है कि क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने 15 साल के कार्यकाल में विकास का जो दावा कर रहे हैं उस पर राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और भाजपा को चुनावी जीत का भरोसा नहीं है?
दिल्ली में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और मध्यप्रदेश भाजपा कोर ग्रुप की बैठक करीब चार घंटे तक चली बैठक में उत्तर प्रदेश की तर्ज पर हार्डकोर हिंदुत्व के मुद्दे के साथ ही चुनाव में उतरने की रणनीति तय की गई। बैठक में संघ पदाधिकारियों द्वारा पत्थरबाजों और उपद्रवियों पर सख्ती बरतने को कहा गया है। बैठक में प्रदेश में बेलगाम ब्यूरोक्रेसी और भ्रष्टाचार पर भी चिंता जताए जाने की खबर है।
संघ-भाजपा द्वारा हार्डकोर हिंदुत्व के एजेंडे को हवा देने का कारण प्रदेश में भाजपा सरकार के खिलाफ बढ़ रही निराशा को भी बताया जा रहा है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों के साथ लगातार बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी को लेकर अब गुस्सा साफ दिखाई देने लगा है। बड़ी-बड़ी घोषणाओं के बाद भी किसानों की हालत में सुधार नहीं हुआ है। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक तो प्रदेश में किसानों की आय बढ़ने की बजाय घट तक गई है।
ऐसे में आगामी विधानसभा चुनाव में हार्डकोर हिंदुत्व का मुद्दा भाजपा की मजबूरी भी बनता दिखाई दे रहा है। जिस पर दांव लगाने का सीधी संकेत दिल्ली की बैठक में दे दिया गया है। देखना यह है कि शांति के टापू कहे जाने वाले मध्यप्रदेश में भाजपा संघ का हार्डकोर हिंदुत्व एजेंडा कितना सफल होता है और कमलनाथ के नेतृत्व में कांग्रेस किस तरह भाजपा-संघ के हार्डकोर हिंदुत्व एजेंडे का मुकाबला कर पाती है।