सख्ती की ओर प्रदेश : भोपाल-इंदौर सहित इन जिलों में 30 अप्रैल तक होगी कड़ाई
भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश में कोरोना की रफ़्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। बेकाबू हालातों को देखते हुए भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत पूरे प्रदेश में आज से 30 अप्रैल तक सख्ती बढ़ा दी है। इसके मद्देनजर गृह विभाग ने गाइडलाइन भी जारी कर दी है।
नई गाइडलाइन के मुताबिक
प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ने के साथ ही सरकार ज्यादा सख्त हो गई है। इसे देखते हुए मंगलवार को नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसमें कहा गया है कि आवश्यक सेवाएं देने वाले कार्यालयों को छोड़कर केंद्र व राज्य के सभी दफ्तरों में 10% कर्मचारी ही उपस्थित रहेंगे। यह नियम IT, BPO और मोबाइल कंपनियों के ऑफिस में भी लागू किया गया है। इससे पहले 12 अप्रैल के आदेश के मुताबिक सरकारी कार्यालयों में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की उपस्थिति 25% की गई थी।
बड़े शहरों के साथ अब छोटे जिलों में भी हालात खराब होते जा रहे हैं। बेहतर इलाज की आस में लोग छोटे शहरों से इंदौर, भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर का रुख कर रहे हैं, लेकिन यहां निराशा ही हाथ लग रही है। मंगलवार को इंदौर में सतना से आए युवक ने अस्पताल के बाहर चार घंटे इंतजार के बाद एम्बुलेंस में ही दम तोड़ दिया।
सरकार के दावों के बावजूद प्रदेशभर में रेमडेसिविर, ऑक्सीजन और अस्पतालों में बेड की किल्लत बनी हुई है। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक पिछले 24 घंटों में चार बड़े शहरों में ही महज 25 मौतें हुई हैं, लेकिन श्मशानों में जलती चिताएं हकीकत बयां कर रही हैं। सभी बड़े शहरों के श्मशानों में चार-चार घंटे की वेटिंग चल रही है।
भोपाल
पिछले 24 घंटों में राजधानी में 1709 नए केस मिले। सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक 5 लोगों की मौत हुई। हालांकि मंगलवार को यहां 146 शवों का कोविड प्रोटोकाॅल में अंतिम संस्कार किया गया।
इंदौर
यहां पिछले 24 घंटों में 1753 नए मामले सामने आए, जबकि 8 की मौत हुई। प्रशासन ने यहां भी आज से सख्ती बढ़ाई है। आवश्यक सेवाओं को छोड़ सभी कुछ बंद रखने के निर्देश हैं।