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विदिशा में वन विभाग की फायरिंग में आदिवासी की मौत, तीन गंभीर

सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं वहीं कांग्रेस ने घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाये हैं।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) विदिशा जिले के लटेरी के जंगलों में वन विभाग की गोलीबारी में एक आदिवासी युवक की मृत्यु का मामला सामने आया है। फायरिंग में तीन आदिवासी युवकों के घायल होने का भी समाचार है। सरकार ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं वहीं कांग्रेस ने घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाये हैं।

घटना उस समय हुई जब लटेरी में वन विभाग की टीम जंगल में गश्त कर रही थी। बताया जा रहा है कि मामला लकड़ी चुराने से जुड़ा है। वन विभाग के गश्ती दल ने बाइक पर सवार युवकों को रोकने के लिए फायरिंग की जिसमें एक आदिवासी युवक की मौत हो गई। घटना में तीन अन्य घायलों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने घटना को लेकर सरकार पर सवाल उठाये हैं। उन्होंने लिखा कि- देश जब आजादी की हीरक जयंती मना रहा है तब भी शिवराज सरकार आदिवासियों के दमन और उत्पीड़न के अपने अभियान से पीछे नहीं हट रही है। आदिवासियों पर सरकारी संरक्षण में अत्याचार करने के बाद सरकार जांच और मुआवजे का पाखंड कर रही है। कमलनाथ ने सरकार से मृतक के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की।

कमलनाथ ने यह भी कहा कि आदिवासियों के नाम पर झूठे तमाशे करने वाली शिवराज सरकार क्या यह बताएगी कि आखिर क्या वजह है कि चाहे नेमावर हो मंदसौर हो या विदिशा हो, हर बार आदिवासियों पर अत्याचार क्यों हो रहा है? मुख्यमंत्री को तुरंत इस घटना के लिए आदिवासी समुदाय से माफी मांगनी चाहिए।

दूसरी ओर घटना को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए है। घटना में मृतक के परिजनों को 20 लाख ₹ और घायलों को 5–5 लाख ₹ की आर्थिक सहायता दी जाएगी।

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