MP चुनाव: क्या दरकती डगर के कारण ही मोदी-शाह की है विंध्य पर नज़र?
विधानसभा चुनाव में विंध्य भाजपा के लिए अहम, बीते चुनाव में मिली सफलता के बाद में अब कमजोर फीडबैक
रीवा (जोशहोश डेस्क) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को विंध्य क्षेत्र के रीवा में पंचायती राज सम्मेलन में शामिल हो रहे हैं। राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में PM मोदी की उपस्थिति को साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव की दृष्टि से अहम् माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि बीते चुनाव में मिली सफलता के बाद इस क्षेत्र में कमजोर फीडबैक के चलते मोदी-शाह विंध्य पर नज़र बनाये हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस दौरे से पहले फरवरी के अंत में गृहमंत्री अमित शाह भी विंध्य दौरे पर आ चुके हैं। बताया जा रहा है कि पंचायती राज दिवस का यह कार्यक्रम भी पहले भोपाल में आयोजित होना था लेकिन विंध्य में पार्टी के बिगड़ते समीकरणों को देखते हुए कार्यक्रम को रीवा में रखने का निर्णय हुआ है।
अगर बीते चुनाव की बात की जाये तो विंध्य की कुल 30 सीटों में से 24 सीटें BJP की झोली में आई थी लेकिन नगर निगम के चुनाव में भाजपा को यहाँ बड़ा झटका लगा था। रीवा, सिंगरौली और कटनी में भाजपा को महापौर के चुनाव में हार मिली थी। रीवा में तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा दो सभाएं करने के बाद भी कांग्रेस के अभय मिश्रा महापौर चुने गए थे।
दूसरी ओर मैहर के भाजपा विधायक नारायण त्रिपाठी ने भाजपा की मुश्किलें बढ़ा रखी हैं। नारायण त्रिपाठी ने विंध्य जनता पार्टी नाम से अपनी एक नई पार्टी बनाने के साथ विधानसभा चुनाव में विंध्य की 30 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है। माना जा रहा है कि भाजपा के कई उपेक्षित नेता नारायण त्रिपाठी के साथ भी आ सकते हैं।
अब तक के सियासी हालत भी ये बता रहे हैं कि विंध्य में इस बार भाजपा और कांग्रेस में कांटे का मुकाबला हो सकता है। कांग्रेस यहाँ अपने संगठन को मजबूत कर रही है। हाल ही में बसपा की पूर्व विधायक शीला त्यागी भी कांग्रेस में शामिल हो गई हैं। ऐसे में भाजपा विंध्य में कोई कसर छोड़ना नहीं चाहती है। यही कारण है कि मोदी-शाह इस इलाके पर नज़र बनाये हुए हैं।