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VD शर्मा की पत्नी भी ट्रोल, BJP के लिए भी खतरा बने ‘नए भस्मासुर’

मुस्लिम दुकानदार की प्रशंसा पर ट्रोल हुईं भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की पत्नी। सोशल मीडिया पर मिल रही भस्मासुर कथा की नसीहत।

भोपाल (जोशहोश डेस्क) देश भर में फैल रहा सांप्रदायिक उन्माद अब बड़े खतरे की आहट दे रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर रात दिन उगला जा रहा जहर अब किसी को भी नहीं बख्श रहा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की पत्नी तक को एक मुस्लिम दुकानदार की प्रशंसा पर ट्रोल होना पड़ा। इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर ही भस्मासुर की कहानी से सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले सियासी दलों को नसीहत भी दी जा रही है।

हालांकि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की पत्नी स्तुति ने ट्रोलिंग का शिकार होने के बाद अपना ट्वीट डिलीट तो कर दिया लेकिन जिस तरह उन्हें ट्रोल किया गया उससे कई सवाल खड़े हो गए। कांग्रेस प्रवक्ता केके मिश्रा ने भी इस घटना को लेकर प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा पर कटाक्ष किया-

सागर जिले के रहली निवासी रितेश पटेरिया ने सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वाले राजनीतिक दलों को भस्मासुर की कहानी से नसीहत लेने की बात कही। रितेश पटेरिया ने सोशल मीडिया पर लिखा-

भस्मासुर की कथा हर हिन्दू जानता है, कैसे दुष्ट भस्मासुर ने उसे पैदा करने वाले भगवान शंकर को परेशान किया था,यह बताने की आवश्यकता नहीं है। आज नए भस्मासुर पैदा कर दिए गए हैं। यह खबर पढ़िए और विचार कीजिए। जब ये नए भस्मासुर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा की पत्नी तक को ट्रोल कर सकते हैं तो हम आप जैसे लोग कहां लगते हैं ? वीडी शर्मा की पत्नी डॉ स्मृति का दोष यह था कि उन्होंने एक दवा विक्रेता जो दुर्भाग्य से मुस्लिम था, की प्रशंसा कर दी थी। यदि दवा विक्रेता कोई हिंदू होता तो तो ये भस्मासुर हजारों की संख्या में उस हिंदू दवा विक्रेता के तारीफ के पुल बांधते। जो लोग राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने के लिए इन भस्मासुरों को आज बढ़ावा दे रहे हैं, वे कल जब उन्हीं के लिए संकट बन जाएंगे तो पछताएंगे। यदि इतिहास से नहीं,तो पौराणिक कथाओं से कुछ तो सबक सीखो। जयहिंद।

इधर बढ़ती ट्रोलिंग को देख स्तुति शर्मा ने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया। उन्होंने लिखा- मैंने अपना पिछला ट्वीट डिलीट कर दिया है। यह अनावश्यक अराजकता पैदा कर रहा था। धार्मिक लड़ाई के विषय पर विचार साझा करना मुश्किल है किसी को ठेस पहुंचाना मकसद नहीं था। कर्म अपना काम करेगा ‘जय महाकाल’।

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