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वोटिंग से 12 घंटे पहले PM का इंटरव्यू, चुनाव आयोग पक्षपात कर रहा या गुलामी?

यूपी में वोटिंग के पहले चरण से महज 12 घंटे पहले पीएम मोदी का इंटरव्यू, सवालों के घेरे में केंद्रीय चुनाव आयोग।

नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में वोटिंग के पहले चरण से महज 12 घंटे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यूज एजेंसी ANI के साथ लम्बी बातचीत की। देश के लगभग सभी बड़े न्यूज़ चैनलों ने इस बातचीत को लाइव दिखाया। बातचीत में प्रधानमंत्री मोदी ने यूपी समेत पांचों राज्यों में भारी बहुमत से जीतने का दावा किया। वहीं कांग्रेस ने मतदान से ठीक पहले इस इंटरव्यू को लेकर केंद्रीय चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। सोशल मीडिया में भी केंद्रीय चुनाव आयोग को लेकर तीखी नाराजगी दिखी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने साल 2017 की घटना याद दिलाई। इस घटना को याद दिलाते हुए सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने केंद्रीय चुनाव आयोग को कठघरे में खड़ा किया।

सांसद शक्तिसिंह गोहिल ने लिखा कि 2017 गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान चुनाव से एक दिन पहले राहुल गांधी जी ने इंटरव्यू दिया था लेकिन चुनाव आयोग ने चैनलों को नोटिस दे दिया था कि सक्रिय चुनाव का समय ख़त्म हो गया है, इंटरव्यू प्रसारित नहीं कर सकते हो। इंटरव्यू प्रसारित नहीं हुआ। क्या चुनाव आयोग मोदी जी के लिए आँखें बंद कर ली हैं?

सोशल मीडिया पर वैभव नाम के यूजर ने सवाल उठाया- चुनाव आयोग ANI द्वारा लिए जा रहे प्रधानमंत्री के इंटरव्यू पर रोक न लगा कर पक्षपात कर रहा है या गुलामी?

एक अन्य यूजर अविषेक गोयल ने लिखा- चुनाव आयोग को श्रद्धांजलि

यूजर मोनू शाक्य ने लिखा- 2017 में वोटिंग से एक दिन पहले इंटरव्यू करने पर चुनाव आयोग ने राहुल गाँधी को नोटिस दिया था, मगर मोदी के इंटरव्यू पर चुनाव आयोग की बोलती बंद है-

गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव में वोटिंग से 12 घंटे पहले पीएम मोदी ने सभी 5 राज्यों में जीत का दावा किया है। उन्होंने कहा कि मैं इस चुनाव में सभी राज्यों में भाजपा की लहर देख रहा हूं। हम पांचों राज्यों में भारी बहुमत से जीतेंगे। पीएम मोदी ने कहा कि वंशवाद की राजनीति लोकतंत्र की सबसे बड़ी दुश्मन है। नकली समाजवादी का मतलब ‘परिवारवाद’ है। प्रधानमंत्री ने एक चुनावी रैली में समाजवादी पार्टी को ‘झूठे समाजवादी’ बताए जाने पर कहा कि एक परिवार के कई लोग जनता के बीच जाते हैं। पिता जी बेकार हो गए तो बेटा अध्यक्ष बने, बेटा बेकार हो जाए तो उसका बेटा आ जाए, भाई आ जाए।आप बिहार देखिए, झारखंड देखिए, उत्तर प्रदेश देखिए, तमिलनाडु जाइए, सभी जगह परिवारों की पार्टियां हैं।

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