दमोह (जोशहोश डेस्क) दमोह उपचुनाव में करारी हार के बाद पूर्व विधायक जयंत मलैया को भाजपा संगठन से मिले नोटिस पर पार्टी में बगावत के सुर बुलंद हो रहे हैं। एक ओर जयंत मलैया ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए पार्टी की नीतियों और दिग्गजों पर अंगुली उठा दी है। वहीं उनके समर्थकों ने पार्टी से इस्तीफे देना शुरू कर दिया है।
दमोह विधानसभा सीट पर उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी उम्मीदवार राहुल लोधी ने जयंत मलैया और उनके परिवार को हार का जिम्मेदार बताया था। इसके बाद पार्टी संगठन ने सात बार के विधायक रहे जयंत मलैया को कारण बताओ नोटिस दिया है। साथ ही उनके बेटे सिद्दार्थ मलैया और 5 मंडल अध्यक्षों को भी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है। पार्टी के इस निर्णय से दमोह के कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखी जा रही है।
कार्यकर्ताओं की नाराजगी को सोशल मीडिया पर भी देखा जा रहा है। वहीं जयंत मलैया के खिलाफ की गई कार्रवाई के बाद पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है। बीजेपी युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष विवेक अग्रवाल ने मलैया को नोटिस दिए जाने के बाद इस्तीफा दे दिया है। विवेक अग्रवाल ने लिखा कि संगठन के पक्षपाती निर्णय से निराश हूं। विवेक के अलावा कुछ और पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा भी जल्द ही इस्तीफा दिया जा सकता है।
गौरतलब है कि पार्टी ने जयंत मलैया को 10 दिनों में कारण बताओ नोटिस का जवाब देने को कहा है। पार्टी अगर जयंत मलैया के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो उनके खिलाफ भी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
वहीं जयंत मलैया ने कहा है कि राहुल लोधी की हार का कारण वे खुद हैं। जनता में उनके खिलाफ नाराजगी थी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल समेत अन्य पदाधिकारियों के वार्ड तक में भाजपा को हार मिली है तो केवल ठीकरा मुझ पर क्यों फोड़ा जा रहा है? उन्होंने यह भी कहा कि राहुल लोधी जो भी बयान दे रहे हैं उसके पीछे पार्टी के बड़े नेताओं का हाथ है।