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मजबूत या मजबूर: ज्योतिरादित्य सिंधिया PM मोदी के साथ मगर ‘महाकाल’ से दूर?

महाकाल लोक के लोकार्पण के साथ ही सुर्ख़ियों में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया

उज्जैन (जोशहोश डेस्क) महाकाल परिसर के विस्तार और विकास की योजना की के तहत प्रथम चरण में बनाए गए महाकाल लोक का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लोकार्पण किया। लोकार्पण से पहले पीएम मोदी महाकाल मंदिर पहुंचे और गर्भगृह में पूजा अर्चना की।

पीएम मोदी जब महाकाल मंदिर के परिसर में पहुंचे तो उनके साथ प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया मौजूद थे। वहीं जब पीएम मोदी महाकाल का पूजन करने गर्भगृह में पहुंचे तो सिंधिया समेत सीएम शिवराज और राज्यपाल भी गर्भगृह के बाहर ही नजर आए।

इस घटनाक्रम के साथ ही प्रदेश के सियासी गलियारों में चर्चाओं का दौर चल पड़ा। एक ओर पीएम मोदी के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया की नजदीकी के मायने निकाले जाने लगे तो दूसरी ओर पीएम मोदी के गर्भगृह में पूजा करने के दौरान बाहर बैठे सिंधिया की तस्वीरों पर कांग्रेस ने कटाक्ष किए।

कांग्रेस ने सिंधिया के कद की तुलना करने उन तस्वीरों और वीडियो को शेयर किया जिसमें सिंधिया महाकाल के गर्भगृह में तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ नजर आ रहे थे-

दूसरी ओर पीएम मोदी के साथ सिंधिया की महाकाल मंदिर में मौजूदगी को भाजपा की अंदरूनी राजनीति से भी जोड़ा गया। प्रदेश की राजनीति के जानकार कुछ पत्रकारों ने तो यह तक कहा कि सिंधिया और पीएम मोदी की नजदीकी मुख्यमंत्री शिवराज के लिए शुभ संकेत नहीं है। हालांकि पीएम मोदी ने अपने संबोधन में महाकाल लोक के निर्माण के लिए शिवराज सरकार की तारीफ की।

इससे पहले महाकाल लोक के लोकार्पण को लेकर भी शिवराज सरकार पर श्रेय की सियासत के आरोप लगे। कांग्रेस ने महाकाल परिसर के विस्तार को कमलनाथ सरकार का प्रोजेक्ट बताया। कांग्रेस प्रवक्ताओं और नेताओं ने इसके लिए सोशल मीडिया पर कमलनाथ का आभार जताते हुए वीडियो भी शेयर किए।

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