कूड़ा वाहनों में बैलट पेपर-EVM, अपनी ही मौत का जश्न मनाता केंचुआ
नतीजों से ठीक पहले कचरा वाहनों तक में मिले ईवीएम और बैलट पेपर, केंद्रीय चुनाव आयोग की जमकर किरकिरी।
वाराणसी (जोशहोश डेस्क) उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों से ठीक पहले ही ईवीएम पर जमकर विवाद शुरू हो गया है। वाराणसी, बरेली,सोनभद्र और सुल्तानपुर में स्ट्रांग रूम के बाहर कचरा वाहनों तक में ईवीएम और बैलट पेपर मिले हैं। बड़ी संख्या में ईवीएम और बैलट पेपर मिलने को विपक्ष जनादेश से खिलवाड़ बता रहा है। साथ ही केंद्रीय चुनाव आयोग की (केंचुआ) जमकर किरकिरी हो रही है।
वाराणसी में स्ट्रांग रूम के बाहर एक गाड़ी से EVM मिलने के बाद सपा कार्यकर्ताओं आक्रोशित हो गए। सपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी करते हुए आरोप लगाया कि वाराणसी दक्षिणी विधानसभा की EVM बदल दी गई हैं। यहाँ तक कि जिलाधिकारी दीपक अग्रवाल ने खुद यह स्वीकार किया कि ईवीएम मूवमेंट प्रोटोकॉल में चूक हुई है। वहीं सपा का आरोप है कि योगी सरकार के मंत्री नीलकंठ तिवारी को जिताने के लिए पुलिस-प्रशासन धांधली कर रहा है।
बरेली में भी कूड़ा ढोने वाले वाहन से 3 बड़े-बड़े बक्से में बैलट पेपर मिलने के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने जमकर हंगामा किया। बड़ी मात्रा में बैलट पेपर मिलने की शिकायत चुनाव आयोग से भी की गई है।
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी वाराणसी में EVM पकड़े जाने को लेकर कार्यकर्ताओं को चौकन्ना रहने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि मतगणना में धांधली की कोशिश को नाकाम करने के लिए सपा-गठबंधन के सभी प्रत्याशी और समर्थक अपने-अपने कैमरों के साथ तैयार रहें-
राष्टीय जनता दल ने वाराणसी में हो रहे घटनाक्रम को पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी के आधिकारिक हैंडल से लिखा गया-प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में गुंडाराज स्थापित हो चुका। चुनाव आयोग सो रहा है। अधिकारी मनमानी कर रहे है। क्या इसी कार्य के लिए गली-गली घूमे थे। देश का चुनाव आयोग अपनी मौत का खुद ही जश्न मना रहा है-
यूपी में चल रहे ईवीएम के घटनाक्रम पर पत्रकार नवीन कुमार ने भी बेबाक प्रतिक्रिया दी है उन्होंने लिखा- अब गिनती की जरूरत ही नहीं है। चुनाव पर वैसे ही बहुत पैसा बर्बाद हो चुका है। गिनती पर क्यों बर्बाद करना। वक्त आ गया है जब चुनाव आयोग को नोएडा फिल्म सिटी के स्टूडियो में शिफ्ट कर दिया जाए। जनता का कुछ तो भला हो-
वाराणसी के घटनाक्रम पर प्रशासन की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि प्रशिक्षण के लिए EVM मंडी में स्थित अलग खाद्य गोदाम में बने स्टोरेज से UP कॉलेज ले जाई जा रही थीं। वहीं बरेली और सोनभ्रद पुलिस ने भी घटनाक्रम पर अपना पक्ष रखा है। जिसमें मतदान में प्रयुक्त ईवीएम और बैलट पेपर को सुरक्षित रखे जाने की बात कही गई है। साथ ही बतायागया है कि जो वाहनों में जो ईवीएम या बैलट पेपर मिले हैं वे मतदान के बाद सुरक्षित रखे जाने की प्रकिया के तहत ले जाए जा रहे थे।
उत्तरप्रदेश समेत पांच राज्यों में 10 मार्च को वोटों की गिनती होना है। न्यूज चैनलों के एग्जिट पोल के मुताबिक उत्तरप्रदेश में भाजपा बड़ी जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी कर रही है। हालांकि इन एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।