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MP में सत्ता परिवर्तन का शंखनाद, सागर में आज मल्लिकार्जुन खड़गे की हुंकार

कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे का पहला मध्यप्रदेश दौरा

सागर/ भोपाल (जोशहोश डेस्क) विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश में सियासी सरगर्मियां लगातार तेज़ होती जा रही हैं। दोनों ही पार्टी के दिग्गज नेता प्रदेश में आमद दे रहे हैं। इस सिलसिले में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे 22 अगस्त को सागर में सत्ता परिवर्तन का शंखनाद करेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद मल्लिकार्जुन खड़गे का यह पहला मध्यप्रदेश दौरा है।

कांग्रेस के राष्‍ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे मंगलवार को सुबह भोपाल पहुंचेंगे। यहां से वे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के साथ सड़क मार्ग से सागर पहुंचेंगे। सागर के कजलीवन मैदान में सुबह 11 बजे से शुरू होगी। सभा में मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह समेत प्रदेश के अन्य दिग्गज नेता भी शामिल होंगे।

प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा के मुताबिक सभा में जहां सागर के लोगों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। वही संभाग भर के पार्टी पदाधिकारी, कार्यकर्ता और आम जनता हजारों की तादाद में परिवर्तन की आवाज बनकर इस सभा में शामिल होने के लिए पहुंच रहे है।

सभा सदर के कजलीवन मैदान में होगी जो नरयावली विधानसभा में आता है। नरयावली विधानसभा एससी के लिए आरक्षित सीट है। इसी विधानसभा में 12 अगस्त को संत रविदास के स्मारक का भूमिपूजन किया था। अब देखना होगा की मोदी की सभा के 10 दिन बाद खरगे की सभा बीजेपी को अपने गढ़ में कितना डैमेज कर पाती है।

इससे पहले 12 अगस्‍त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सागर में ही अनुसूचित जाति के लिए संत रविदास के 100 करोड़ रुपये के स्मारक-मंदिर की आधारशिला रखी थी और जनसभा को संबोधित किया था। अब यह कहा जा रहा है कि PM मोदी की सभा के 10 दिन बाद खड़गे की सभा से कांग्रेस बीजेपी को अपने गढ़ में डैमेज करने की रणनीति पर काम कर रही है।

बुंदेलखंड में सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह और पन्ना जिले शामिल हैं, जिनमें 26 विधानसभा सीटें हैं, जिनमें से 15 सीटें 2018 विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने जीतीं थी, जबकि कांग्रेस को नौ और सपा व बसपा को एक-एक सीट मिली थी। कहा यह भी जा रहा है कि खड़गे के साथ कांग्रेस की नज़र दलितों के लिए आरक्षित 35 सीटों पर है। साल 2018 में इन 35 सीटों में से बीजेपी ने 18 और कांग्रेस ने 17 सीटें जीती थीं।

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