क्या ‘वफादार’ जयंत मलैया की सियासी बलि है ‘दलबदलू’ राहुल लोधी पर दांव?
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को दमोह में थे। इस दौरान उन्होंने यह ऐलान कर दिया कि राहुल लोधी ही उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार होंगे।
भोपाल (जोशहोश डेस्क) भारतीय जनता पार्टी ने दमोह उपचुनाव के लिए कांग्रेस से भाजपा में आए राहुल लोधी के नाम का ऐलान कर दिया है। इसके साथ ही यह तय हो गया कि दमोह से सात बार के विधायक रहे जयंत मलैया (Jayant Malaiya) उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार नहीं होंगे। राजनीतिक गलियारों में भाजपा के राहुल लोधी पर दांव को पार्टी के वरिष्ठ नेता जयंत मलैया की सियासी बलि माना जा रहा है।
चुनाव आयोग ने अभी दमोह उपचुनाव की तारीख का ऐलान नहीं किया है लेकिन भाजपा ने यहां अपना उम्मीदवार राहुल लोधी को घोषित कर दिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान शनिवार को दमोह में थे। इस दौरान उन्होंने यह ऐलान कर दिया कि राहुल लोधी ही उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार होंगे।
शिवराज यहां मेडिकल काॅलेज के भूमिपूजन समेत अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने पहुुंचे थे। कांग्रेस से भाजपा में शामिल होते समय राहुल लोधी ने मेडिकल काॅलेज की मांग को दलबदल का प्रमुख कारण भी बताया था। कार्यक्रमों में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के साथ स्वयं राहुल लोधी और जयंत मलैया भी मौजूद थे।
शिवराज के ऐलान के साथ ही यह तय हो गया कि भाजपा जयंत मलैया की कीमत पर राहुल लोधी को चुनावी मैदान में उतारने जा रही है। मलैया दमोह से लगातार सात बार विधायक रहे हैं। प्रदेश सरकार में वे 15 साल तक मंत्री भी रहे। बीते विधानसभा चुनाव में मलैया को राहुल लोधी ने ही हराया था। हालांकि राहुल लोधी सात बार के विधायक जयंत मलैया से करीब आठ सौ वोटों से ही जीत पाए थे।
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राहुल लोधी के कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने पर जयंत मलैया की नाराजगी की खबरें भी सुर्खियों में रहीं थीं। बताया जा रहा है कि जब शिवराज ने मंच से यह ऐलान किया कि राहुल लोधी ही उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार होंगे तब मलैया समर्थकों में सन्नाटा पसर गया था।
अब देखना यह है कि क्या मलैया अपने 35 साल की सियासी पारी को भूल राहुल लोधी के चुनाव प्रचार में शामिल होंगे या नहीं? कहा यह भी जा रहा है कि भाजपा की प्रदेश इकाई मलैया को साधने उनसे लगातार संपर्क में हैं। मलैया को मनाने का जिम्मा संघ के पदाधिकारियों को दिए जाने की बात भी सामने आ रही है।