सत्ता की मिलीभगत से सामाजिक सौहार्द्र बिगाड़ रहा फेसबुक
दुष्प्रचार पर भड़कीं कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी, लोकसभा में लगाया बड़ा आरोप।
नई दिल्ली (जोशहोश डेस्क) मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस द्वारा वित्तपोषित कंपनी और फेसबुक की मिलीभगत का खुलासा करने वाली मीडिया रिपोर्ट की गूँज बुधवार को संसद में भी सुनाई दी। लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रिपोर्ट का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि फेसबुक द्वारा सत्ता की मिलीभगत से सामाजिक सौहार्द्र भंग किया जा रहा है,और यह हमारे लोकतंत्र के लिए खतरनाक है।
लोकसभा में सोनिया गांधी ने कहा कि फेसबुक और ट्विटर जैसी वैश्विक कंपनियों का उपयोग नेताओं, राजनीतिक दलों द्वारा पॉलिटिकल नरेटिव को आकार देने के लिए किया जा रहा है। सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि यह बार-बार नोटिस में आया है कि वैश्विक सोशल मीडिया कंपनियां सभी पार्टियों को समान अवसर प्रदान नहीं कर रही हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस मीडिया रिपोर्ट को सोशल मीडिया पर साझा किया-
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत के सबसे बड़े समूह ने 2019 के संसदीय चुनावों और नौ राज्यों के चुनावों में भाजपा की पहुंच और लोकप्रियता को बढ़ावा देने के लिए सरोगेट विज्ञापनों को बढ़ावा देने पर लाखों रुपये खर्च किए थे। इसके तहत 2019 के आम चुनाव और कई विधानसभा चुनाव के दौरान फेसबुक पर खबरों की शक्ल में भाजपा समर्थक विज्ञापन चलाए, जो दुष्प्रचार और फर्जी नैरेटिव से भरे हुए थे।रिपोर्ट के मुताबिक, उपरोक्त कंपनी अरबपति मुकेश अंबानी के रिलायंस समूह के स्वामित्व वाली जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड की सहायक कंपनी है।
रिपोर्ट के मुताबिक कानूनी खामियों, फेसबुक द्वारा नियमों के चुनिंदा इस्तेमाल के चलते मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज़ से फंड पाने वाली कंपनी न्यू इमर्जिग वर्ल्ड ऑफ़ जर्नलिज़्म लिमिटेड ने फ़ेसबुक पर बीजेपी के समर्थन में विज्ञापन दिए। इनके प्रचार के लिए फ़ेसबुक को मोटी रक़म भी अदा की गई। ये वो विज्ञापन थे, जो 2019 के संसदीय चुनाव और नौ राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की पहुंच और लोकप्रियता को बढ़ावा देने के लिए जारी किए गए थे। इन विज्ञापनों के निशाने पर कांग्रेस और राहुल गांधी थे।
रिपोर्ट सामने आने के बाद राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस पर सवाल उठाये थे। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि रिलायंस को यह बताना चाहिए कि वह फेसबुक पर भाजपा के प्रचार पेज के जरिये फर्जी खबरों को वित्तपोषित क्यों कर रही है? उनका आरोप था कि रिलायंस द्वारा वित्त पोषित झूठी खबरों में न केवल कांग्रेस और राहुल गांधी को निशाना बनाया गया, बल्कि भारत में सांप्रदायिक वैमनस्य पैदा करने की भी कोशिश की गई।