भोपाल (जोशहोश डेस्क) मध्यप्रदेश को अभी कोरोना से मुक्ति मिली नहीं है कि बर्ड फ्लू (Bird flu) का संकट गहराने लगा है। राज्य के कई हिस्सों में कौओं की मौत हुई है, इसी के चलते सरकार ने पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया है।
राज्य के कई हिस्सों में बीते 10 दिनों में बड़ी संख्या में कौओं की मौत हुई है। इंदौर में 142, मंदसौर में 100, आगर-मालवा में 112, खरगोन जिले में 13, सीहोर में 9 कौओं की मृत्यु हुई है। मृत कौओं के सैम्पल भोपाल स्थित स्टेट डी.आई. लैब तत्काल भेजे जा रहे हैं। इंदौर में कंट्रोल-रूम की स्थापना कर रेपिड रिस्पांस टीम द्वारा कार्यवाही की जा रही है।
मंदसौर में चिकन दुकानें 15 दिन बंद
मंदसौर जिले में पिछले दिनों मरे कौओं के सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिनमें से चार की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एहतियात के तौर पर जिला प्रशासन ने 15 दिन के लिए नगरीय इलाके में स्थित चिकन दुकान और पोल्टीफार्म बंद करने का फैसला लिया है। मंदसौर के जिलाधिकारी मनोज पुष्प ने आईएएनएस को बताया है कि कौओं की मौत के बाद नमूने जांच के लिए भेजे गए थे। इनमें से चार नमूने पॉजिटिव आए हैं। एहतियात के तौर पर जिले की नगर पालिका क्षेत्र में स्थित चिकन दुकानों और पोल्टी फार्म को एहितयात के तौर पर 15 दिन के लिए बंद करने का फैसला लिया है।
प्रदेश में जारी किया गया अलर्ट
पशुपालन मंत्री प्रेम सिंह पटेल के निर्देश पर प्रदेश में हो रही कौओं की मृत्यु पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के लिये अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रदेश के सभी जिलों को सतर्क रहने तथा किसी भी प्रकार की परिस्थिति में कौओं और पक्षियों की मृत्यु की सूचना पर तत्काल रोग नियंत्रण के लिये भारत सरकार द्वारा जारी निर्देशों के तहत कार्यवाही करने के निर्देश दिए गये हैं।
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जिलों में पदस्थ पशुपालन विभाग के अधिकारियों से कहा गया है कि कौवों की मृत्यु पर स्थानीय प्रशासन और अन्य विभागों के समन्वय से तत्काल नियंत्रण एवं शमन की कार्यवाही कर रिपोर्ट संचालनालय भेजें। तत्काल संबंधित स्थल का भ्रमण कर आसपास के क्षेत्रों में भी रोग उदभेद नियंत्रण एवं शमन की कार्यवाही सुनिश्चित करें। पोल्ट्री एवं पोल्ट्री उत्पाद बाजार, फार्म, जलाशयों एवं प्रवासी पक्षियों पर विशेष निगरानी रखते हुए प्रवासी पक्षियों के नमूने एकत्र कर भोपाल लैब को भेजें।
रोग नियंत्रण कार्य में लगे हुए अमले को स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीपीई किट, एंटी वायरल ड्रग, मृत पक्षियों, संक्रमित सामग्री एवं आहार का डिस्पोजल और डिसइन्फेक्शन सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये हैं।
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पशुपालन मंत्री पटेल ने कहा कि कौवों में पाया जाने वाला वायरस एच5एन8 अभी तक मुर्गियों में नहीं मिला है। मुर्गियों में पाया जाने वाला वायरस सामान्यत एच5एन1 होता है। पटेल ने लोगों से अपील की है कि पक्षियों पर नजर रखें। यदि पक्षियों की आंख, गर्दन और सिर के आसपास सूजन है, आंखों से रिसाव हो रहा है, कलगी और टांगों में नीलापन आ रहा है, अचानक कमजोरी, पंख गिरना, पक्षियों की फुर्ती, आहार और अंडे देने में कमी दिखाई देने के साथ असामान्य मृत्यु दर बढ़े, तो सतर्क हो जायें।
मंत्री पटेल ने बताया कि प्रदेश के सभी जिलों में बर्ड फ्लू सर्विलांस का काम जारी है। प्रदेश के कुक्कुट फार्म, कुक्कुट बाजार, जलाशयों आदि की सतत निगरानी की जा रही है।
(इस खबर के इनपुट आईएएनएस से लिए गए हैं।)